देश की राजधानी दिल्ली में सरकारी इमारतों और ऐतिहासिक धरोहरों को खास मौकों पर सजाया जाता है. जैसे 15 अगस्त, 26 जनवरी के मौके पर सजावट की जाती है और रोशनी की जाती है. शनिवार को भी इंडिया गेट, संसद और कुतुब मीनार जैसी इमारतों को सजाया गया. इस बार खास बात ये थी कि सभी इमारतों पर नीले रंग की रोशनी की गई थी, जो आप फीचर फोटो में देख सकते हैं. ऐसे में सवाल है कि आखिर शनिवार को ऐसा क्या खास था कि सभी बिल्डिंग पर नीले रंग की रोशनी की गई है. तो जानते हैं इस नीले रंग के पीछे की कहानी...
किन-किन इमारतों पर की गई लाइटिंग?
ये रोशनी इंडिया गेट, कुतुब मीनार, नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक और संसद की बिल्डिंग पर की गई थी, जिसके बाद सभी इमारतें नीली रोशनी में नहाती नजर आईं. यह पहले ही तय कर लिया गया था कि इस बार वर्ल्ड चिल्ड्रंस डे के मौके पर 19 और 20 नवंबर को देशभर में कई इमारतों को नीली लाइट से सजाया जाएगा. इन इमारतों में दिल्ली की प्रमुख इमारतों के साथ ही राज्यों की विधानसभा और प्रदेश के ऐतिहासिकों धरोहरें भी शामिल हैं. साथ ही मध्यप्रदेश में सरगुजा क्षेत्र के गांवों, बस्तर के गावों में भी नीले रंग की रोशनी की जानी है.
क्यों थी नीली लाइट?
दिल्ली में इमारतों पर नीली रोशनी वर्ल्ड चिल्ड्रंस डे की वजह से की गई थी. जहां भारत में 14 नवंबर को बाल दिवस यावी चिल्ड्रंस डे बनाया जाता है, वैसे दुनियाभर में 20 नवंबर को चिल्ड्रंस डे मनाया जाता है. ऐसे में वर्ल्ड चिल्ड्रंस डे के मौके पर बच्चों को डेडिडेट करते हुए सभी इमारतों पर नीले रंग की रोशनी की गई थी. आज दुनियाभर में चिल्ड्रंस डे मनाया जा रहा है और भारत में भी इसे खास मनाने के लिए यह कदम उठाया गया है. इससे पहले राष्ट्रीय दिवसों पर इमारतों पर तिरंगे की रोशनी की जाती है.
बता दें कि बाल अधिकारों के मुद्दे पर एकजुटता दिखाने के लिए 'गो ब्लू अभियान' के तहत यह लाइंटिंग की जाएगी. ये अभियान दुनिया भर में बच्चों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण बनाने के समर्थन का प्रतीक है. इस वजह से हर तरफ नीली लाइट जलाई जा रही है.
20 नवंबर को क्यों मनाया जाता है बाल दिवस?
वर्ल्ड चिल्ड्रंस डे को यूनिवर्सल चिल्ड्रंस डे भी माना जाता है और साल 1954 से ये मनाया जा रहा है. पहले हमारे देश में भी चिल्ड्रंस डे 20 नवंबर को ही मनाया जाता था लेकिन साल 1964 में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद से उनकी बर्थ एनिवर्सिरी को इस दिन के लिए चुना गया और तब से भारत में 14 नवंबर को बाल दिवस सेलिब्रेट मनाया जाता है. दुनियाभर में ये दिवस दुनियाभर के बच्चों के विकास और कल्याण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है.
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