वर्ल्ड कप: ऑस्ट्रेलिया टीम की ड्रेस हमेशा पीले और हरे रंग की ही क्यों होती है? ये है इसका जवाब
वर्ल्ड कप: साल 2020 में टी 20 सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया की टीम ने अपने 152 साल पहले की टीम को सम्मान देने के लिए एक नए तरह की जर्सी पहनी थी.
वर्ल्ड कप शुरू हो चुका है. क्रिकेट के दीवानों के लिए ये किसी त्योहार से कम नहीं है. वहीं भारतीय दर्शकों के लिए आज का दिन बेहद खास है क्योंकि आज ऑस्ट्रेलिया और भारत का मैच है. लेकिन हम मैच पर नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की जर्सी पर बात करने वाले हैं. दरअसल, किसी भी देश के टीम की पहचान आप मैदान में उसकी जर्सी ही देख कर करते है. ऑस्ट्रेलिया टीम की जर्सी पीले और हरे रंग की होती है. चलिए आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्यों है.
ऑस्ट्रेलिया की जर्सी के पीछे की कहानी
ऑस्ट्रेलिया की जर्सी के पीछे की सारी कहानी उसके राष्ट्रीय फूल से जुड़ी है. दरअसल, इस देश का राष्ट्रीय फूल द गोल्डन वेटल है. द गोल्डन वेटल फूल की पत्तियां हरे रंग की हैं और उसका फूल पीले रंग का है. इसी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया की जर्सी का रंग निर्धारित होता है. ये फूल देखने में बेहद खूबसूरत होते हैं और इनका मूल इसी देश का है. इस बार ऑस्ट्रेलिया की जर्सी पूरे पीले रंग की है और उसके किनारों पर हरे रंग की आउटिंग हुई है.
सम्मान के लिए भी बदली जर्सी
साल 2020 में टी 20 सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया की टीम ने अपने 152 साल पहले की टीम को सम्मान देने के लिए एक नए तरह की जर्सी पहनी थी. दरअसल, इस सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया की टीम ने जो जर्सी पहनी वो 1868 में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहनी थी. इस ड्रेस को डिजाइन किया था आंटी फियोन क्लार्क और कॉर्टनी हेगन ने. आपको बता दें, 1868 में पहली बार ऑस्ट्रेलियन टीम ने विदेशी दौरा किया था. इस दौरान टीम तीन महीने की समुद्र यात्रा कर यूनाइटेड किंगडम पहुंची थी और वहां उन्होंने वर्ल्ड फेमस ग्राउंड पर 47 मैच खेले थे.
ये भी पढ़ें: खिलाड़ी जब खेलते हैं तो अपने होंठ और गाल पर ये सफेद-सफेद क्या लगाते हैं?