World Earth Day 2023 theme: आसमान में सैंकड़ों आकाश गंगाए हैं. इन आकाश गंगाओं में हजारों-लाखों गृह मौजूद हैं. हम यानि मनुष्य जिस आकाश गंगा में रहते हैं. उसमें आमतौर पर जाने पहचाने वाले गृहों की संख्या आठ है. हालांकि गृह तो और भी हैं. मगर किताबों में इनको ही लिखाया-पढ़ाया जाता है. इन आठ गृहों में एक है पृथ्वी है. अन्य गृहों के मुकाबले इंसानों के लिए पृथ्वी बेजोड़ है. इसपर वो सबकुछ उपस्थित है, जोकि किसी भी जीव के विकास के लिए होना चाहिए. 


1970 से मनाया जाता है Earth Day


लाखों साल पहले से यहां जीवन का विकास होता रहता है. अब मनुष्य इतना आधुनिक हो गया है कि पृथ्वी से परे दूसरे गृहों पर अपने जीवन की कल्पना करना लगा है. हालांकि अभी दूसरी दुनिया पर बसना उतना संभव नहीं है. पृथ्वी पर अपनी भावी पीढ़ियों को रखना है तो इसे संभालकर रखा जाना जरूरी है. पृथ्वी दिवस मनाने का एक मकसद ये भी है. वर्ष 1970 में एनवायरमेंट को लेकर लोगों को अवेयर करने और शिक्षित करने के लिए इस दिन की शुरुआत की गई है, इसलिए हर साल 22 अप्रैल को ये दिन मनाया जाता है. 


अब इसका इतिहास जानिए


वर्ष 1969 में कैलिफोर्निया के सांता बारबरा में तेल रिसाव होने के कारण बड़ी दुर्घटना हो गई थी. काफी जानमाल की हानि हुई. इस घटना को पृथ्वी पर बड़ी आपदा के रूप में देखा गया है. इसके बाद अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने लोगों को पृथ्वी, उसके अस्तित्व और एनवायरमेंट के प्रति जागरूक करने के लिए इस दिन की शुरुआत की. नेल्सन की अपील पर काफी संख्या में अमेरिकियों ने पृथ्वी दिवस के पहले आयोजन में भाग लिया. तब से आजतक ये परंपरा चली आ रही है. इस साल की थीम इन्वेस्ट इन अवर प्लैनेट रखी गई है. 


ये है इस साल की थीम


लिवर डे, कैंसर डे, हेपेटाइटिस डे समेत कई सारे दिवस साल भर में मनाए जाते हैं. इन सभी दिवसों के मनाने के पीछे मकसद लोगों को अवेयर करना होता है. लोगों को अवेयर तो किया जाए, मगर थीम यानि उस अवेयरनेस को लेकर सब्जेक्ट क्या होना चाहिए? ये भी तय किया जाता है. विश्व पृथ्वी दिवस की थीम भी इस इन्वेस्ट इन अवर प्लैनेट रखी गई है. 


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