10 घंटे की चार्जिंग के बाद, 'केवल 30 मिनट ही होती थी बात', ऐसा था 2kg वजन वाला दुनिया का पहला मोबाइल फोन
3 अप्रैल 1973को मोबाइल फोन का बर्थडे कहा जाता है. इसी तारीख को मोबाइल फोन का पहली बार इस्तेमाल किया गया था. इस मोबाइल फोन को अमेरिकन इंजीनियर मार्टिन कूपर ने बनाया था.
First Mobile in World: मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है. इसके बिना जिंदगी अधूरी सी लगती है. मोबाइल फोन क्या कहना अब तो यह स्मार्टफोन बन चुका है. एक ऐसा डिवाइस जो कई कामों को आसान बना देता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया का पहला मोबाइल फोन कौन सा था, इसे कब और किस इंजीनियर ने बनाया, किस कंपनी ने लांच किया, इसकी क्या कीमत थी या कितना बैटरी बैकअप था. आज के इस आर्टिकल में हम इन्हीं सवालों के जवाब देने जा रहे हैं.
दुनिया का पहला मोबाइल फोन
बनाने वाले इंजीनियर: मार्टिन कूपर
तारीख : 3 अप्रैल 1973
कंपनी: मोटरोला
3 अप्रैल 1973 मोबाइल फोन का बर्थडे कहा जाता है. इसी तारीख को मोबाइल फोन का पहली बार इस्तेमाल किया गया था. इस मोबाइल फोन को अमेरिकन इंजीनियर मार्टिन कूपर ने बनाया था. अगर हमारी आज की भाषा में कहा जाए तो 3 अप्रैल 1973 को दुनिया का पहला मोबाइल लॉन्च हुआ था. अगर कंपनी की बात की जाए तो पहला मोबाइल बनाने वाली कंपनी का नाम मोटोरोला है. बता दें कि दुनिया का पहला मोबाइल बनाने वाले इंजीनियर मार्टिन कूपर ने 1970 में मोटरोला कंपनी को ज्वाइन किया था. इसके मात्र 3 साल में उन्होंने वह कर दिखाया जो काबिल ए तारीफ था. आइए अब दुनिया के पहले मोबाइल फोन के वजन, बैटरी बैकअप और कीमत के बारे में जानते हैं.
अमेरिकन इंजीनियर मार्टिन कूपर ने जिस मोबाइल को बनाया, उसका वज़न लगभग 2 Kg था. इसके इस्तेमाल के लिए एक बड़ी बैटरी को कंधे पर लटका कर चलना पड़ता था. इसके अलावा, एक बार चार्ज होने के बाद दुनिया के पहले मोबाइल सिर्फ 30 मिनट तक ही बात की जा सकती थी, और इसे दोबारा चार्ज करने में 10 घंटे का समय लग जाता था. अब अगर 1973 में बने मोबाइल की कीमत की बात की जाए तो इसकी कीमत लगभग 2700 अमेरिकी डॉलर (2 लाख रूपए) थी.
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