World Largest Military Organization: भारत ने जी-20 समिट को होस्ट किया, जिसमें दुनियाभर की तमाम बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों ने हिस्सा लिया. राजधानी दिल्ली में आयोजित इस सम्मेलन की हर तरफ जमकर तारीफ हो रही है. इसी बीच जी-20 जैसे ही दुनिया के अलग-अलग संगठनों को लेकर लोग खूब दिलचस्पी दिखा रहे हैं. आज हम आपको बता रहे हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा सैन्य संगठन कौन सा है और भारत इसका हिस्सा क्यों नहीं है?
नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) दुनिया का सबसे बड़ा सैन्य संगठन है. जिसमें दुनिया के कुल 30 देश जुड़े हैं. इस संगठन में दुनिया के ताकतवर देशों की सेनाएं शामिल हैं, जो किसी भी आपात स्थिति में सहयोगी देशों की संयुक्त रूप से मदद करते हैं.
क्या करता है NATO?
NATO को द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद 1949 में बनाया गया था, क्योंकि इस दौरान दुनियाभर में जमकर तबाही हुई थी और जान-माल का नुकसान हुआ था. दुनियाभर में युद्ध को रोकने और इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए ये संगठन तैयार हुआ. अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, जर्मनी, फ्रांस और कनाडा जैसे तमाम बड़े और ताकतवर देश नाटो में शामिल हैं. जब भी नाटो में शामिल किसी देश पर संकट आता है तो यहां की सेना की मदद के लिए नाटो फोर्सेस को भेजा जाता है. खासतौर पर जब किसी नाटो सदस्य देश पर हमला होता है तो सारे देश मिलकर उसकी मदद करते हैं.
भारत क्यों नहीं है शामिल
अब दुनिया के सबसे बड़े सैन्य संगठन में भारत के शामिल नहीं होने की बात करते हैं. दरअसल इस संगठन में कोई एशिया का देश शामिल नहीं है. यही वजह है कि भारत कूटनीतिक कारणों के चलते खुद ही इस संगठन का हिस्सा नहीं बनना चाहता है. कई बार भारत को इसमें शामिल होने का ऑफर भी मिल चुका है. हालांकि हर बार भारत की तरफ से इस ऑफर को ठुकराया गया है.
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