दुनिया की सबसे बड़ी टेक दिग्गज कंपनी, जिसने पहले बेचा आटा, नूडल्स और किया इश्योरेंस
दुनिया की सबसे बड़ी टेक दिग्गज कंपनी सैमसंग ने पहले जनरल स्टोर शुरू किया था, जिसमें वह आटा, मछली, चीनी बेचा करती थी. धीरे-धीरे कंपनी ने विस्तार किया और मोबाइल बनाने के बाद यह बुलंदियों पर पहुंच गई.
कई बार जिंदगी में हम सोचते कुछ और हैं और होता कुछ और. ऐसा ही कुछ हुआ दुनिया की सबसे बड़ी टेक दिग्गज कंपनी सैमसंग (Samsung) के साथ भी. बहुत कम लोगों को ही पता होगा कि इस कंपनी की बुनियाद सबसे पहले जनरल स्टोर की दुकान के आधार पर रखी गई थी, जिसमें आटा, शक्कर, नूडल्स बेचा जाता था. मगर उस वक्त किसी को नहीं पता था कि भविष्य में यह इतनी बड़ी टेक दिग्गज कंपनी बनेगी, जिसके डगमगाने से किसी देश की अर्थव्यवस्था हिल जाएगी.
1938 में जनरल स्टोर के रूप में रखी गई थी नींव
सैमसंग कंपनी के मोबाइल, टीवी से लेकर होम एप्लाइंस तक दुनियाभर में इस्तेमाल किए जाते हैं. इसके इतिहास को देखें तो कंपनी की नींव साल 1938 में दक्षिण कोरिया के बायुंग चुल ने रखी थी. शुरुआत एक दुकान के रूप में हुई थी, जो जनरल स्टोर था. वहां पर नूडल्स, आटा, शक्कर, मछली जैसी चीजें बेंचनी शुरू की गईं. उसके बाद इन्हें कई देशों में एक्सपोर्ट करना भी शुरू कर दिया गया. ग्रोसरी के बिजनेस का विस्तार करने के बाद बायुंग चुल ने 1950 में इंश्योरेंस और टेक्सटाइल में भी हाथ आजमाया. करीब 10 साल तक इसे करने के बाद उन्हें यह बिजनेस रास नहीं आया.
कंपनी के पहले फोन का नाम SGH-100
बायुंग चुल ने इसके बाद भविष्य को भांपते हुए साल 1969 में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कदम रखा. उसी वक्त कंपनी को सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स का नाम मिला. कंपनी ने इलेक्ट्रॉनिक्स की दुनिया में कदम उस वक्त ब्लैक एंड व्हाइट टीवी बनाकर रखे थे. सैमसंग ने साल 1980 में मोबाइल फोन बनाने आरंभ कर दिए. पहले मोबाइल फोन का नाम SGH-100 रखा गया था. इसने कंपनी को नई बुलंदियों पर पहुंचाना शुरू कर दिया. बायुंग चुल ने यहीं अपने कदम नहीं थामे. इसके आगे उन्होंने मेमोरी कार्ड और कंप्यूटर के पार्ट्स बनाने में भी कंपनी का विस्तार करना शुरू कर दिया.
करोड़ों रुपये के मोबाइल फोन्स में लगवा दी थी आग
बायुंग चुल को लेकर एक किस्सा बहुत प्रचलित है. एक बार कंपनी ने जब नया मोबाइल लॉन्च किया तो उसे यूजर्स से अच्छे रिव्यू नहीं मिले. उनकी शिकायत थी कि फोन सही से काम नहीं कर रहा. इसके बाद कंपनी के संस्थापक ने इनवेंटरी में पड़े लाखों मोबाइल फोन में आग लगवा दी, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये थी. उन्होंने फौरन फोन को बेहतर करने के निर्देश दिए. बायुंग चुल की मौत के बाद कंपनी की कमान उनके बेटे ली कुन ही संभाल रहे हैं. सैमसंग ने दशक दर दशक कंपनी के विस्तार के लिए कदम उठाए. अब कंपनी कई सेक्टरों में काम करती है, जिसमें सेमीकंडक्टर, रियल एस्टेट, होटल, हथियार, फाइटर जेट तक शामिल हैं.
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