दुनियाभर में फॉस्ट फूड के शौकीन बहुत लोग हैं. लेकिन क्या आपने कभी हैमबर्गर खाया है? आमतौर पर हैमबर्गर आपको किसी भी स्ट्रीट और रेस्टोरेंट में 250 से अधिकतम 800 तक मिल जाएगा. हैमबर्गर एक मांसाहारी व्यंजन होता है, इसलिए इसका रेट थोड़ा ऊपर नीचे हो सकता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे हैमबर्गर के बारे में बताने वाले हैं, इसका रेट 1,2 हजार नहीं बल्कि लाखों रुपये महंगा है. अब आप सोच रहे होंगे कि एक हैमबर्गर इतना महंगा कैसे हो सकता है. आज हम आपको बताएंगे कि ये लाखों रुपये वाला हैमबर्गर कहां मिलता है और इसका रेट इतना महंगा क्यों है.  


हैमबर्गर


दुनियाभर के अधिकांश स्ट्रीट और रेस्टोरेंट में आपको हैमबर्गर मिल जाएगा. अक्सर इसका रेट 250 से अधिकतम हजार और दो हजार तक होता है. लेकिन आज हम आपको दुनिया के सबसे महंगे हैमबर्गर के बारे में बताएंगे. इस हैमबर्गर का रेट 10,20 हजार नहीं बल्कि लाखों में है. 


दुनिया का सबसे महंगा हैमबर्गर


बता दें कि दुनिया के सबसे महंगे हैमबर्गर की कीमत 5,000 यूरो यानी 4.48 लाख रुपये है. इस हैमबर्गर को साल 2021 में शेफ रॉबर्ट ने नींदरलैंड के गांव वूरथुइजन में स्थित द डाल्टन्स रेस्टोरेंट के मैन्यू में शामिल किया था. शेफ ने इस हैमबर्गर का नाम 'द गोल्डन बॉय' रखा है. जानकारी के मुताबिक इसकी इतनी कीमत होने का कारण इसे बनाने के लिए इस्तेमाल की गई उच्च गुणवत्तापूर्ण सामग्रियां हैं.


गिनीज वर्ल्ड में नाम दर्ज


गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड्स में भी इस हैमबर्गर का नाम दर्ज है. गिनीज वर्ल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक शेफ ने बताया कि हैमबर्गर के बन को बनाने के लिए डोम पेरिग्नन शैंपेन का इस्तेमाल किया जाता है.  जिसके बाद इसे सोने की पत्ती से कवर किया जाता है. वहीं बीफ टिक्की, किंग क्रैब, कैवियार और प्याज डाले जाते हैं.


पहले हैमबर्गर के पैसे किए दान


गिनीज बुक के मुताबिक शेफ ने अपने पहले गोल्डन बॉय हैमबर्गर की पूरी कीमत एक स्थानीय फूडबैंक को दान कर दी थी. इस पैसे का इस्तेमाल उन परिवारों के लिए 1,000 खाद्य पैकेज बनाने में किया गया था, जिन्हें मदद की जरूरत थी. 


कैसा आया बर्गर बनाने का आइडिया


जानकारी के मुताबिक शेफ रॉबर्ट को यह हैमबर्गर बनाने का विचार कोविड-19 महामारी के दौरान आया था. दरअसल इस दौरान उनके रेस्टोरेंट को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा था. इसके बाद वह टेकअवे परोस रहे थे. इस दौरान उनकी नजर सबसे महंगे हैमबर्गर के बारे में एक फेसबुक पोस्ट पर पड़ी थी. इसके बाद उन्होंने गिनीज रिकॉर्ड बनाने का ठाना था. शेफ के मुताबिक रिकॉर्ड बनाने का उद्देश्य नीदरलैंड में गरीबी के बारे में जागरूकता बढ़ाना था.


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