आज हर इंसान अपना कीमती सामान बैंक के लॉकर रूम में सुरक्षित रखता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब बैंक नहीं थे, उस वक्त लोग अपना कीमती सामान कहां सुरक्षित रखते थे. क्योंकि उस वक्त भी लूटेरे और डाकू थे. आज हम आपको बताएंगे पहले लोग कहां पर अपना सामान सुरक्षित रखते थे. जिससे लूटेरे और डाकू की नजर नहीं पड़ती थी.
लॉकर
दरअसल उस वक्त जो भी पैसे वाले लोग होते थे, उनके घरों में तिजोरी बनी होती थी. वो लोग अपने कीमती गहने-जेवरात वहीं छुपा कर रखते थे. ताकि वे लूटेरों से अपनी जमा-पूंजी को सुरक्षित रख सके. लेकिन जिनके घरों में तिजोरी नहीं होती थी, वो लोग घरों के बाहर गुप्त जगहों पर अपना कीमती सामान छुपाकर रखते थे. आपने कई बार खबरों में भी पढ़ा होगा कि मिट्टी के नीचे कुछ कीमती सामान छिपा मिला है. पहले के समय पर लोग ऐसे ही कीमती सामान छिपाते थे.
पहाड़ों में लॉकर
जानकारी के मुताबिक पहाड़ों की तरफ रहने वाले लोग जंगल के बीचों-बीच पहाड़ में अपने लिए तिजोरियां बनवा लेते थे. ऐसा इसलिए ताकि प्राकृतिक दिखने वाली चट्टान के अंदर कोई देख नहीं पाएगा और उनका सामान सुरक्षित रहेगा. इसी तरह की तिजोरी से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि चट्टान को बिना नुकसान पहुंचाए, बिल्कुल उसी के शेप में एक तिजोरी का निर्माण पहाड़ के तलहटी में किया गया है. इसे इतनी कुशलतापूर्वक बनाया गया है कि किसी को इसके बारे में पता ही नहीं चलेगा. ऐसे में बड़े आराम से यहां पर कीमती सामान को छिपाकर किया जा सकता है.
इस वीडियो को डिस्कवर द वर्ल्ड नाम के यूजर ने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स पहाड़ के नीचे मौजूद एक टुकड़े को बाहर खिंचता है. उसके अंदर काफी जगह खाली है, जिसमें खजाने को छुपाकर रखा जाता था. वहीं दरवाजे पर भी पत्थर लगाए गए हैं, जिससे बाहर से किसी को इसके बारे में कुछ पता भी नहीं चल सकता है. बता दें कि इस तरह की तिजोरियों का निर्माण सालों-साल पहले होता था, तब बैंक नहीं हुआ करते थे. हालांकि ये वीडियो कहां का है, इसकी जानकारी नहीं है.