आज विश्व तंबाकू दिवस है. तंबाकू के खिलाफ लंबे समय से जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है और इसका सेवन कम से कम करवाने के लिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है. खुशी की बात ये है कि कुछ सालों से सामने आ रहे आंकड़े बता रहे हैं कि तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों की संख्या में भी लगातार कमी आ रही है. दुनिया के कई देशों में तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों की संख्या लगातार कम होती जा रही है और कई देशो में ग्राफ काफी तेजी से और काफी ज्यादा गिरा है.


ऐसे में सवाल है कि आखिर किन- किन देशों में तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों की संख्या में कमी आ रही है. साथ ही सवाल ये भी है कि आखिर वो क्या कारण हैं, जिनकी वजह से तंबाकू का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या में कमी हो रही है या फिर तंबाकू का इस्तेमाल घट रहा है. तो जानते हैं इन सभी सवालों का जवाब...


कितना कम हो रहा है तंबाकू का इस्तेमाल?


वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार अधिकतर देशों में तंबाकू का इस्तेमाल कम हो रहा है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दुनिया में 15 साल और उससे अधिक उम्र के तंबाकू सेवन करने वाले की संख्या में लगातार कमी हो रही है. तो देखते हैं किस क्षेत्र का क्या हाल है...


- वेस्टर्न पेसिफिक क्षेत्र में तंबाकू का सेवन करने वाले पुरुषों की हिस्सेदारी साल 2000 में 50.8 थी और 2025 तक इसके 45.7 होने का अनुमान है. वहीं, महिलाओं में यह प्रतिशत 5 से 2.5 फीसदी होने का अनुमान है.   


- साउथ ईस्ट क्षेत्र में तंबाकू का सेवन करने वाले पुरुषों की हिस्सेदारी साल 2000 में 68.2 थी और 2025 तक इसके 42.7 होने का अनुमान है. वहीं, महिलाओं में यह प्रतिशत 32.5 से 8.6 फीसदी होने का अनुमान है.


- यूरोप क्षेत्र में तंबाकू का सेवन करने वाले पुरुषों की हिस्सेदारी साल 2000 में 46.5 थी और 2025 तक इसके 30.4 होने का अनुमान है. वहीं, महिलाओं में यह प्रतिशत 22.6 से 17 फीसदी होने का अनुमान है.


- अमेरिका में तंबाकू का सेवन करने वाले पुरुषों की हिस्सेदारी साल 2000 में 35.5 थी और 2025 तक इसके 18.9 होने का अनुमान है. वहीं, महिलाओं में यह प्रतिशत 20.6 से 9.8 फीसदी होने का अनुमान है.


- अफ्रीका में तंबाकू का सेवन करने वाले पुरुषों की हिस्सेदारी साल 2000 में 28.7 थी और 2025 तक इसके 16 होने का अनुमान है. वहीं, महिलाओं में यह प्रतिशत 7.1 से 2.2 फीसदी होने का अनुमान है.


- अगर भारत की बात करें तो भारत में इसका उपभोग कम हो रहा है. ग्लोबल एडल्ट टौबेको सर्वे (2009-2010) से 2017 के सर्वे में अंतर देखें तो 4.5 फीसदी की गिरावट हुई है. 


क्यों कम कर रहे हैं तंबाकू का सेवन?


तंबाकू का सेवन कम होने की एक अहम वजह जागरुकता बताई जा रही है. माना जा रहा है कि लोगों को यह कई तरीकों से बताया जा रहा है कि तंबाकू से कैंसर होता है और इसकी वजह से लोग कैंसर के डर से इसका इस्तेमाल कम कर रहे हैं. तंबाकू की वजह से होने वाले कैंसर से भी बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो रही है, जिसको ध्यान में रखते हुए भी लोग इसका कम सेवन कर रहे हैं. वहीं, कोविड, इकोनॉमिक चेंज आधि भी तंबाकू का इस्तेमाल कम होने की वजह माने जा रहे हैं.


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