Youngest pilot: कुछ लोगों का सपना होता है कि वो पायलट बनें. हालांकि, इस काम के लिए बहुत सारी प्रैक्टिस, पैसा और तेज दिमाग की जरूरत होती है. जिस उम्र वर्ग के बच्चों को ठीक से सही-गलत की समझ भी नहीं होती है. जिस उम्र में भारत में बच्चे वोट डालना और गाड़ी चलाना जैसे काम भी नहीं कर सकते, उस उम्र में एक लड़के ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है कि उसके नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हो गया. जहां ड्राइविंग करने के लिए 18 की उम्र में लाइसेंस मिलता है, वहीं, यह लड़का महज 17 साल की उम्र में प्लेन उड़ाता है. यही नहीं, प्लेन उड़ाने के साथ-साथ इसने विश्व भ्रमण करके लोगों के होश भी उड़ा दिए और वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर दिया.
52 देश घूम कर बनाया विश्व रिकॉर्ड
ब्रिटेन के रहने वाले मैक रदरफोर्ड की उम्र अभी महज 17 साल है. इतनी कम उम्र में ही वो पायलट बन गए और खुद प्लेन उड़ाकर अकेले ही 52 देशों की यात्रा कर वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया. मैक को अपनी यात्रा पूरी करने में 5 महीनों का समय लगा. 17 साल की उम्र में रदरफोर्ड दुनिया के उम्र वाले सोलो पायलट हैं. उन्होंने पांच महीनों में 52 देशों की यात्रा कर डाली.
बड़ी बहन है प्रेरणा का स्त्रोत
मैक ने अपनी यह यात्रा एक सिंगल इंजन एरोप्लेन से की. इससे पहले जनवरी 2022 में मैक की बहन ज़ारा ने सबसे कम उम्र की महिला के तौर पर दुनिया भ्रमण का कारनामा किया था. तब जारा की उम्र 19 साल 199 दिन थी. मैक को यह कारनामा करने की प्रेरणा अपनी बहन से ही मिली. मैक ने 23 मार्च 2022 को बुल्गारिया के सोफिया से अपने सफर का आगाज किया था और 5 महीनों बाद 24 अगस्त 2022 को बुल्गारिया के सोफिया में आकर ही इस सफर का अंत हुआ. सफर के अंत के साथ मैक ने अपने नाम एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज कर लिया.
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