World Record: बिना पैरों के इस आदमी ने बना डाला 20 मीटर सबसे तेज चलने का वर्ल्ड रिकॉर्ड
जन्म से दिव्यांग रहे जिओन ने हाथों पर सबसे तेज 20 मीटर चलने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. जानिए कैसे संभव हो पाया.
World Record: एक कहावत है कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। इस कहावत को सच कर के दिखाया है ओहियो के जियोन क्लार्क (Zion Clark) ने. जियोन ने दिव्यांग होते हुए भी अपने नाम हाथों पर सबसे तेज 20 मीटर चलने का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराया है. जियोन ने अपनी दिव्यांगता को खुद पर बिल्कुल भी हावी नही होने दिया और मेहनत करके एक प्रो फ्रीस्टाइल रेसलर बना।
कॉडल रिग्रेशन सिंड्रोम से पीड़ित है जिओन
पिछले कुछ सालों में जिओन ने अपनी शैली में काफी सुधार किया है। आनुवंशिक विकार के कारण जियोन का जन्म बिना पैरों के हुआ था। तब भी, जिओन ने सभी विपरीत परिस्थितियों को पीछे छोड़ा और आज एक प्रो फ्रीस्टाइल रेसलर बन चुके हैं। जीओन क्लार्क कॉडल रिग्रेशन सिंड्रोम से पीड़ित हैं. यह एक ऐसा विकार है, जिससे निचली रीढ़ का विकास बाधित रहता है। बहुत कम उम्र में जियोन को पालन घर में लाया गया, लेकिन फिर वहां किम्बर्ली ने उन्हें अपनाया। जियोन को अपनी इस स्थिति के लिए कई बार मजाक भी झेलना पड़ा, लेकिन वह अपने लक्ष्य से नहीं भटके।
लोगों ने उड़ाया मजाक
यूएनआईएलएडी की रिपोर्ट के अनुसार, जियोन ने बताया कि लोग उनका मजाक उड़ाते थे क्योंकि उनके पैर नहीं थे। वह आगे कहते हैं कि नफरत करने वालों से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है कि खुद से ऊपर उठने के लिए नफरत का इस्तेमाल किया जाए। नफरत करने वाले लोग ही आपके सबसे बड़े प्रशंसक होते हैं. आपको इसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करना चाहिए। जियोन ने बताया कि जब उन्होंने रेसलिंग शुरू की थी, तब उन्हें नहीं पता था कि विरोधियों के साथ क्या करना है। कई ट्रायल और त्रुटियों के साथ जियोन ने रेसलिंग को अपनाया और पिछले कुछ सालों में अपनी शैली में काफी सुधार किया।
मां से करते हैं बेशुमार प्यार
जियोन एक प्रो फ्रीस्टाइल रेसलर हैं, जो दिन में दो बार ट्रेनिंग करते हैं. अच्छे आकार में रहने के लिए वो सप्ताह में छह दिन ट्रेनिंग करते हैं। जियोन ने बताया कि सबसे बड़ा पाठ जो मैंने सीखा है वो ये है कि हर चीज आपके मुताबिक नहीं हो सकती। आपके पास जो भी है, उसके साथ ही आपको काम करना होगा। एक बार आपको आदत हो गई तो जो आपके पास है, उसके साथ काम करते-करते ही फिर कई रास्ते खुल जाते हैं। जियोन ने कहा कि वह अपनी पालने वाली मां किम्बर्ली का बहुत सम्मान करते हैं, उन्होंने हमेशा जिओन का साथ दिया और उन्हें सफलता प्राप्त करने में मदद की।
साभार: ये वीडियो और स्टोरी हमने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की वेबसाइट से ली है. वहीं से वीडियो भी लिया गया है.
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