हर साल जुलाई के दूसरे शनिवार को पूरी दुनिया में विश्व रम दिवस मनाया जाता है. इसी कड़ी में चलिए आपको आज बताते हैं कि आखिर लोग रम को दवाई की तरह क्यों देखते हैं. इसके साथ ही आपको बताएंगे कि जब शराब हमारे शरीर में जाता है तो उसका हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है.


दरअसल, रम को लेकर अक्सर कहा जाता है कि इसे अगर गर्म पानी के साथ लिया जाए तो यह कई बीमारियों के खिलाफ दवाई की तरह काम करती है. चलिए जानते हैं कि आखिर ऐसा कहा क्यों जाता है और इस बात में सच्चाई कितनी है.


क्या सच में रम फायदेमंद है?


कोई भी शराब अगर आप जरूरत से ज्यादा पीते हैं तो यह शरीर के लिए कभी भी फायदेमंद नहीं हो सकती. वहीं रम की बात करें तो इसकी तासीर गर्म होती है और इसमें माइक्रोब्रियल क्वॉलटी भी होती है जो शरीर में मौजूद बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर देता है. इसके अलावा रम को लेकर ये भी दावा किया जाता है कि अगर इसे सीमित मात्रा में लिया जाए तो यह आपके खून को गाढ़ा होने से रोकता है.


इससे हृदय रोग का खतरा भी कम होता है. वहीं मांसपेशियों में अगर दर्द है तो रम से इसमें भी राहत मिलती है. हालांकि, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि रम में मौजूद अल्कोहल की मात्रा शरीर में जाते ही नर्वस सिस्टम को स्लो कर देता है. इस वजह से दिमाग तक दर्द वाले संकेत धीरे-धीरे पहुंचते हैं और आदमी को लगता है कि रम पीने से उसका दर्द गायब हो गया.


एक्सपर्ट क्या कहते हैं


बीबीसी पर छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, शराब का नियमित सेवन किसी भी तरह से शरीर के लिए अच्छा नहीं है. अगर आप रेगुलर लंबे समय से शराब पी रहे हैं तो आपको कई तरह के कैंसर होने के चांस बढ़ जाते हैं. इसके अलावा हार्ट संबंधित बीमारी और लिवर संबंधित बीमारी भी आपको घेर सकती है. अकेले ब्रिटेन में हर साल शराब की वजह से होने वाले कैंसर के मामले लगभग 13000 आते हैं. इन 13000 मामलों में आधे से अधिक मामलों में पुरुष कैंसर का शिकार होते हैं. जबकि लगभग 4000 मामले ऐसे आते हैं, जिसमें महिलाएं शराब की वजह से कैंसर की शिकार होती हैं.


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