दुनिया रफ्तार की ओर तेज़ी से बढ़ रही है. आज के युग में अगर सबसे कीमती चीज कुछ है तो वो समय है. ऐसे में इसे बचाने के लिए इंसान ऐसे वाहनों का निर्माण कर रहा है, जो बहुत तेज़ हों. इसी कड़ी में आज हम आपको दुनिया के सबसे तेज़ ट्रेनों के बारे में बताएंगे. इसके साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि ये ट्रेन किस देश में चलती हैं और ये एक घंटे में आपको कितनी दूरी का सफर तय करा सकती हैं.


सबसे तेज़ कौन सी ट्रेन है


दुनिया में जो ट्रेन सबसे तेज़ गति से चलती है, वो एक बुलेट ट्रेन है. इस बुलेट ट्रेन का नाम है मैग्लेव. चीन की ये ट्रेन जब चलती है तो ऐसा लगता है जैसे गोली की रफ्तार से भाग रही. इसकी स्पीड का अंदाजा आप इस बात से लगाइए कि आपके सामने से ये ट्रेन गुजर जाएगी और आप इसके डिब्बों को भी गिन नहीं पाएंगे. दरअसल, हम जिस हाई स्पीड बुलेट ट्रेन की बात कर रहे हैं, वो 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती है.


इससे पहले कौन सी ट्रेन थी सबसे तेज़


इससे पहले भी जो ट्रेन दुनिया में सबसे तेज़ थी वो चीन की ही थी. चीन की शंघाई मैग्लेव इससे पहले दुनिया की सबसे तेज़ भागने वाली बुलेट ट्रेन थी, इसकी अधिकतम स्पीड 430 किलोमीटर प्रति घंटा है. जबकि, आमतौर पर ये ट्रेन 251 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यात्रियों को लाने औ ले जाने का काम करती है. आपको बता दें, शुरुआती दौर में तेज़ गति की ट्रेनों के लिए पूरी दुनिया में जापान सबसे ज्यादा लोकप्रिय था, लेकिन जब से चीन इस रेस में आया है, इसने पूरी दुनिया को पीछे छोड़ दिया है. हालांकि, भारत भी अब इस रेस में आ गया है और आने वाले समय में शायद ये चीन को भी तेज़ रफ्तार ट्रेनों के मामले में पीछे छोड़ दे.


ये ट्रेन्स इतनी तेज़ कैसे चलती हैं


अगर आपको लगता है कि इन ट्रेन्स की हाईस्पीड में सिर्फ इंजन का योगदान है तो आप गलत हैं. दरअसल, इन ट्रेनों के तेज गति के पीछे सबसे ज्यादा काम उनके पहिए करते हैं, जो आम ट्रेनों से बिल्कुल अलग होते हैं. ये पहिए आम पहियों की तरह लोहे के नहीं होते, बल्कि ये मैग्नेटिक लेविटेशन के होते हैं और इसी तकनीक से चलते हैं. इसी तकनीक की वजह से ये ट्रेने बिना शोर किए जबरदस्त स्पीड में चलती हैं.


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