World's Longest Tunnel: किसी कंट्री में जब सबकुछ ठीक चल रहा होता है तो कहा जाता है कि देश की इकोनॉमी पटरी पर आ गई. उसे इस मुकाम तक पहुंचाने में देश के व्यापारी और दूसरे वर्ग के लोग दिन-रात मेहनत करते हैं. किसी भी देश की तरक्की के लिए ट्रांसपोर्ट सिस्टम का आसान होना एक बड़ी भूमिका निभाता है. इसके लिए सरकारें अच्छी सड़कें, पुल और लंबी सुरंग के लिए परियोजनाएं चलाती हैं. ऐसा ही एक सुरंग भारत सरकार ने कुछ दिन पहले तैयार किया था, जिसे पीएम मोदी ने आम पब्लिक के लिए खोला था. क्या आपको पता है कि दुनिया के सबसे लंबे सुरंग से भारत को कितना फायदा हो रहा है, और उस सुरंग की खासियत क्या है.
क्या है खासियत?
साल 2020 में अटल सुरंग की शुरुआत हुई थी. यह सुरंग मनाली को लेह से जोड़ती है. यह दुनिया का सबसे लंबा हाइवे सुरंग है, जिसे दस हजार फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है. इस सुरंग को पूरा करने का अनुमानित समय 6 साल से कम था, लेकिन इसे 10 साल में पूरा किया गया. सुरंग में हर 60 मीटर पर सीसीटीवी कैमरा लगी हुई है जबकि हर 500 मीटर पर आपातकालीन निकास है. सुरंग 8.8 किमी लंबी और 10.5 मीटर चौड़ी है, जिसमें दोनों तरफ 1 मीटर चौड़े फुटपाथ शामिल हैं. अब सुरंग से मनाली और लेह की बीच दूरी कम होने की वजह से चार घंटों की बचत होती है. आग लगने की स्थिति में सुरंग के अंदर फायर हाइड्रेंट भी लगाए गए हैं.
इससे भारत को कितना फायदा
इस टनल के बनने से हिमाचल प्रदेश का लाहौल-स्पिति इलाका और पूरा लद्दाख अब देश के बाकी हिस्सों से 12 महीने जुड़ा रहता है. क्योंकि रोहतांग-पास (दर्रो) सर्दियों के मौसम में भारी बर्फबारी के कारण बंद हो जाता था, जिससे लाहौल-स्पिति के जरिए लद्दाख जाने वाला हाईवे छह महीने के लिए बंद हो जाता था. लेकिन अब अटल टनल बनने से इससे निजात मिल गई है.
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