Biggest Air Purifier: इस देश में है दुनिया का सबसे बड़ा एयर प्यूरीफायर, जानिए यह कितना असरदार है
Air Purifier: एक समय में झियान शहर बुरी तरह वायु प्रदूषण का शिकार था. इस एयर प्यूरिफायर के बनने के बाद वहां की हवा अब साफ हो गई है. यह अपने आसपास 10 किलोमीटर के दायरे तक की हवा को साफ करता है.
Biggest Air Purifier In China: पांच साल पहले चीन में एक ऐसा एयर प्यूरीफायर बनाया गया, जो 330 फुट ऊंचा एक टावर है. जब इसके पंखे चलते हैं तो पूरे शहर की हवा को शुद्ध कर देते हैं. ये टावर चीन के शांक्शी प्रांत के झियान शहर में बना हुआ है. कुछ सालों पहले तक चीन को भी हर साल खराब एयर क्वालिटी का सामना करना पड़ता था, लेकिन अपनी विल पॉवर के दम पर अब वह इससे छुटकारा पा चुका है. जिस एयर प्यूरीफायर की हम बात कर रहे हैं, यह दुनिया का सबसे शुद्ध हवा करने वाला सयंत्र भी है.
पूरे शहर की हवा को करता है साफ
इस प्यूरीफायर में पूरे झिआन शहर की हवा को साफ करने की क्षमता है. इस प्यूरीफायर से पूरे शहर की लगभग एक करोड़ घनमीटर हवा साफ होती है. इसके लगने के बाद झियान शहर की प्रदूषित हवा की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. इस एयर प्यूरिफायर के लगने से पहले इस शहर की स्थिति यह थी कि शहर का हर शख्स 21 सिगरेट के बराबर विषैले तत्व हवा के साथ अपने शरीर में खींच रहा था.
वैज्ञानिकों की देखरेख में चलता है.
जब से यह प्यूरीफायर लगाया गया है, तब से यह दस किलोमीटर की रेंज की सारी हवा को साफ रखता है. यह हवा की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ शहर में फैले स्मॉग को भी 15 से 20 प्रतिशत तक कम करता है.
सौर ऊर्जा से चलता है
इस टॉवर की सारी कार्य प्रणाली सौर ऊर्जा से नियंत्रित होती है. इसलिए इसको बाहर से बिजली की जरूरत नहीं पड़ती है. दुनिया का ये सबसे बड़ा एयर प्यूरीफायर सूरज से मिलने वाली ऊर्जा से खुद-ब-खुद काम करता है. खबरों के अनुसार, इसके रिजल्ट्स को लेकर चीन की साइंस एकेडमी के वैज्ञानिक काफी संतुष्ट हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले समय में इससे और बेहतर रिजल्ट मिलने लगेंगे. आने वाले समय में इसकी क्षमता और ऊंचाई दोनों को बढ़ाया जाएगा, ताकि ये 30 किलोमीटर रेंज तक की हवा को साफ कर सके. यानि इस तरह का प्यूरिफायर अगर किसी छोटे शहर में लगा दिया जाए तो वह आराम से पूरे शहर को साफ हवा देता रहेगा.
दो साल में बना प्रोजेक्ट
मुख्य तौर पर झिआन शहर का हीटिंग सिस्टम कोयले पर आधारित था. इस प्रोजेक्ट को 2015 में शुरू किया गया और लगभग दो साल के भीतर इसे पूरा कर लिया गया था. वैसे तो बीजिंग में भी इसी तरह का एक विशाल स्मॉग टॉवर बना है, लेकिन यह केवल बिजली से चलता है और न ही इसकी क्षमता उतनी है, जितनी झियान शहर के टॉवर की है. झियान शहर के लोग अब सर्दियों के दौरान अब बेहतर हवा में सांस लेते हैं. इससे वो अपने आप में अच्छा भी फील कर रहे हैं.
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