World Longest Train Journey: आपने ट्रेन का सफर तो जरुर किया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया की कौन सी ट्रेन सबसे लंबा सफर करवाती है? दुनियाभर में ट्रेन का सफर अलग-अलग होता है, कुछ जगहों पर कुच ही देर में पहुंचा जा सकता है तो वहीं कुछ जगहों पर पहुंचने में कई दिन का समय लग जाता है. भारत में सबसे लंबा सफर तय करने वाली ट्रेन डिब्रुगढ़-कन्याकुमारी विवेक एक्सप्रेस 72 घंटे में अपना सफर तय कर लेती है, लेकिन आज हम आपको दुनिया की एक ऐसी ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं जो 3 देशों की यात्रा करते हुए गुजरती है. चलिए इस ट्रेन और इसके सफर के बारे में जानते हैं.
दुनिया की सबसे लंबी दूरी की ट्रेन
दरअसल हम रूस के मॉस्को शहर से नॉर्थ कोरिया के प्योंगयांग शहर के बीच चलने वाली ट्रांस साइबेरियन ट्रेन की बात कर रहे हैं. इस ट्रेन से यात्रा करने में पूरे 7 दिन का समय लग जाता है. एक बार जब यह ट्रेन अपना सफर शुरू करती है तो 7 दिन 20 घंटे 25 मिनट के बाद ही अपनी मंजिल पर जाकर रुकती है. खास बात ये है कि अपने सफर के दौरान ये ट्रेन 142 स्टेशन, 87 शहरों से होकर गुजरती है.
कितनी दूरी करती है तय?
बता दें ट्रांस-साइबेरियन ट्रेन 10214 किलोमीटर की दूरी तय करती है, जिसे पूरा करने में इस ट्रेन को 16 नदियों, पहाड़ों, 87 शहरों, जंगलों, बर्फ के मैदानों से होकर गुजरना पड़ता है. इस ट्रेन को सफर के दौरान खूबसूरत प्राकृतिक नजारों का दीदार करने का भी मौका मिलता है. इस ट्रेन की शुरुआत 1916 में हुई थी. नॉर्थ कोरिया से रूस के मास्को आने वाले यात्रियों को ट्रेन पहले रूस के व्लादिवोस्तोक तक लेकर आती है. वहां से आने वाली ट्रेन व्लादिवोस्तोक से मास्को के लिए जाने वाली ट्रेन के पीछे जुड़ जाती है. यानी नार्थ कोरिया के प्योंगयांग से आने वाले यात्रियों को कहीं भी अपना कोच बदलने या ट्रेन बदलने की जरूरत नहीं पड़ती है. साइबेरिया की आबादी बढ़ाने और उसके आर्थिक विकास के लिए इस ट्रेन की शुरुआत की गई थी, जो दुनिया का सबसे लंबा सफर तय करने वाली ट्रेन बन चुकी है.
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