वासुकी या शेषनाग नहीं, बल्कि ये थी दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन... इसमें थे 400-500 से कहीं ज्यादा डिब्बे!
'द ऑस्ट्रेलियन बीएचपी आयरन ओर' दुनिया की सबसे लंबी और वजनी ट्रेन का नाम है. इस ट्रेन में 8 डीजल लोकोमोटिव लगते हैं और यह करीब 7 किलोमीटर लंबी एक मालगाड़ी थी.
World's Longest Train: आपने अनेक बार ट्रेन सफर किया होगा और कई ट्रेनें भी आपके सामने से गुजरी होंगी. अगर आप ध्यान से देखें, तो आप आसानी से गुजर रही ट्रेन के डिब्बों की गिनती कर सकते हैं. एक सामान्य ट्रेन में आमतौर पर 16-17 डिब्बे होते हैं, कुछ ट्रेनों में यह संख्या 20-25 तक भी बढ़ सकती है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में शायद आप अनजान होंगे. इस ट्रेन में इतने डिब्बे हैं, जिन्हें गिनना भी कठिन हो सकता है. इस ट्रेन के दोनों छोरों के बीच जाने के लिए आपको 7.3 किलोमीटर का सफर करना पड़ेगा. यह दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन है. इसकी लंबाई एक 24 एफिल टावर के बराबर होती है. इस ट्रेन में सौ-दो सौ की बजाय 682 डिब्बे होते हैं.
लंबाई और भार में थी सबसे आगे
इस शानदार ट्रेन का नाम 'द ऑस्ट्रेलियन बीएचपी आयरन ओर' है. यह ट्रेन एक मालगाड़ी है और 21 जून 2001 को पहली बार चलाई गई थी. इस ट्रेन ने सिर्फ लंबाई ही नहीं, भार में भी अपने आपको सबसे ऊंचा साबित किया. इस ट्रेन की कुल लंबाई 7.3 किलोमीटर थी और इसमें 682 डिब्बे थे. इस ट्रेन को खींचने के लिए 8 डीजल लोकोमोटिव इंजन की आवश्यकता होती है. यह ट्रेन ऑस्ट्रेलिया के यांडी माइन से पोर्ट हेडलैंड बीच जाती है और इस सफर की दूरी 275 किलोमीटर होती है. इस ट्रेन ने अपनी यात्रा को 10 घंटों में पूरा किया. इस ट्रेन में 82,000 टन आयरन ओर सामान था. इस ट्रेन का वजन लगभग एक लाख टन था.
प्राइवेट रेल लाइन
द ऑस्ट्रेलियन बीएचपी आयरन ओर एक प्राइवेट रेल लाइन है जो इस ट्रेन को संचालित करती है. इसे 'माउंट न्यूमैन रेलवे' भी कहा जाता है. इस रेल नेटवर्क को आयरन ओर के परिवहन के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह ट्रेन आज भी चल रही है, लेकिन अब इसमें कोच की संख्या कम हो गई है. इसमें अब 270 डिब्बे हैं जिन्हें खींचने के लिए चार डीजल लोकोमोटिव इंजन लगे हैं. इस ट्रेन ने दक्षिण अफ्रीका की सबसे लंबी रेल के रिकॉर्ड को तोड़ा था, जिसमें 660 डिब्बे थे.
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