Most Dangerous Earthquake: भूकंप के झटके महसूस होते ही हर कोई दहशत में आ जाता है. राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में हाल ही में भूकंप के झटके महसूस किए गए. झटके काफी देर तक महसूस होते रहे, जिससे लोग डरकर घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए. खौफ इसलिए भी था, क्योंकि इससे पहले पूरी दुनिया ने तुर्किए में भीषण भूकंप के बाद का तांडव देखा. जिसमें एक ही झटके में हजारों लोगों की मौत हो गई, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे खतरनाक भूकंप कब आया था? 


दुनिया का सबसे खतरनाक भूकंप
दुनिया के कई देशों में भूकंप से हजारों और लाखों लोगों की जान गई है. भारत में भी कई बड़े भूकंप आ चुके हैं, जिनमें लोगों ने अपनी जान गंवाई, लेकिन दुनिया का सबसे बड़ा भूकंप चीन में आया था. आज से 467 साल पहले ये भूकंप आया था, जिसमें 8 लाख से ज्यादा लोगों की एक साथ मौत हो गई थी. तीव्रता की बात करें तो सबसे बड़ा भूकंप चिली में आया था. 1960  में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 9.6 मापी गई थी. हालांकि इसमें बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था, इसमें करीब 1600 लोगों की मौत हुई. 


कितनी तीव्रता का भूकंप खतरनाक
दरअसल भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल के जरिए मापा जाता है. ये जीरो से 1.9 तक महसूस नहीं होता है. लेकिन 2 से 2.9 तक हल्के झटके महसूस हो सकते हैं. 5 रिक्टर स्केल से ऊपर के भूकंप में पंखे हिलने लगते हैं. इसके बाद 6 से ऊपर के भूकंप में इमारतों को नुकसान पहुंच सकता है. वहीं 7 और 8 रिक्टर स्केल के भूकंप में इमारतें गिर सकती हैं. इससे ऊपर के भूकंप तबाही मचा सकते हैं. 


इस साल तुर्किए में आए भूकंप ने भी भारी तबाही मचाई थी. इस भूकंप की तीव्रता 7.8 थी, जिसमें करीब 45 हजार लोगों की मौत हो गई. इससे पहले नेपाल में भी ऐसी ही तबाही देखी गई थी. 


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