अंग्रेजों ने इस दुनिया पर सौ साल से ज्यादा हुकूमत किया. इस दौरान इन्होंने पूरी दुनिया से नायाब चीजें लूटीं और उन्हें ब्रिटेन लेकर चले गए. हालांकि, आज हम उनके द्वारा लूटी गई चीजों के बारे में नहीं, बल्कि एक ऐसे सिक्के के बारे में बताने वाले हैं जो दुनिया का सबसे महंगा सिक्का है और इससे महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि दी गई है.
क्या खासियत है इस सिक्के में?
इस एक सिक्के का वजन करीब 3.6 किलो है. जबकि इसका व्यास 9.6 इंच है. इस सिक्के को बनाने में कुल 6,426 हीरों का इस्तेमाल हुआ है. सबसे बड़ी बात कि इतन हीरों के साथ साथ इसे 24 कैरेट गोल्ड के इस्तेमाल से बनाया गया है. यही वजह है कि इस एक सिक्के कि इतनी ज्यादा कीमत है कि इतने पैसों में आपका पूरा घर भर जाएगा. डॉलर में देखें तो इस सिक्के की कीमत 23 मिलियन डॉलर है. जबकि रुपये में इसकी कीमत 192 करोड़ रुपये के आसपास है.
किसने बनवाया है ये सिक्का?
ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि देने के लिए ये सिक्का किसी अंग्रेज ने नहीं बल्कि एक भारतीय ने जारी किया है. दरअसल, इसे ब्रिटेन मुख्यालय वाली ईस्ट इंडिया कंपनी के भारतीय मूल के सीईओ संजीव मेहता ने जारी किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस सिक्के को बनाने में करीब 16 महीने का समय लगा. इस सिक्के को बनाने में भारत, जर्मनी, यूके, श्रीलंका और सिंगापुर के कारीगरों को लगाया गया था. कहा जा रहा है कि पूरी दुनिया में ऐसा दूसरा सिक्का नहीं है.
ये सिक्का भी है बेशकीमती
इससे पहले दुनिया के सबसे महंगे सिक्के की बात करें तो वो सेंट गॉडंस डबल ईगल था. इसे ऑगस्टस सेंट गॉडंस ने डिजाइन किया था. कहा जाता है कि इस सिक्के को साल 1907 से 1933 के बीच ढाला गया था. सबसे बड़ी बात कि इस तरह के सिर्फ 12 सिक्के ही दुनिया में मौजूद हैं. यही वजह है कि जब इस सिक्के की अमेरिका में निलामी हुई तो इसकी कीमत 163 करोड़ रुपये लगाई गई.