Creature that live without breathing: पृथ्वी पर लाखों तरह के जीव पाए जाते हैं. यह हम सभी जानते हैं कि सभी जीवों को जिंदा रहने के लिए सांस लेने की जरूरत होती है. बिना सांस लिए कोई भी जीव-जंतु या इंसान का जिंदा रहना मुश्किल है.


इंसानों की बात करें तो सांस के माध्यम से बिना ऑक्सीजन गैस लिए हम जीवित नहीं रह सकते हैं. लेकिन वैज्ञानिकों को एक ऐसा रहस्यमयी जीव (परजीवी) भी मिला है, जो बिना सांस लिए भी जिंदा रहता है. यह अनोखी विशेषता लिए दुनिया का यह पहला ऐसा जीव है. आइए जानते हैं इस अनोखे जीव के बारे में...


कौन-सा है ये जीव?


किसी भी जीव को सांस लेने के लिए उसमें माइट्रोकॉन्ड्रियल जीनोम का होना बहुत जरूरी होता है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि जेलीफिश की तरह दिखने वाले इस बहुकोशिकीय परजीवी में माइट्रोकॉन्ड्रियल जीनोम है ही नहीं. इसी वजह से इस परजीवी को जिंदा रहने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत ही नहीं पड़ती है. इस परजीवी का वैज्ञानिक नाम हेन्नीगुया साल्मिनीकोला है. हालांकि, वैज्ञानिकों के लिए यह बेहद हैरानी वाली बात है कि आखिर इस तरह का जीव पृथ्वी पर विकसित कैसे हुआ, जो बिना ऑक्सीजन के जीवित रह सकता है. इस अद्भुत और रहस्यमय परजीवी की खोज इजरायल की तेल-अवीव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की टीम ने की है.


नहीं पहुंचाता किसी को नुकसान


शोधकर्ताओं के अनुसार, यह परजीवी अपनी ऊर्जा मछलियों से प्राप्त करता है. लेकिन इसके लिए यह उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता है और मछलियां भी इस परजीवी को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं. यह परजीवी साल्मन फिश में पाया जाता है और तब तक ही जिंदा रहता है जब तक मछली जिंदा रहती है. शोधकर्ताओं ने बताया कि हेन्नीगुया साल्मिनीकोला इंसानों या दूसरे जीवों के लिए बिल्कुल भी नुकसानदायक नहीं है. 


पहले भी मिला था ऐसा एक जीव


रिसर्च के दौरान वैज्ञानिकों ने इस जीव को सूक्ष्मदर्शी (फ्लोरेसेंस माइक्रोस्कोप) से देखा तो इसमें उन्हें माइटोकॉन्ड्र्रियल डीएनए दिखाई नहीं दिया. इसके बाद यह साफ हो गया कि यह दुनिया का पहला ऐसा जीव है, जिसे जीने के लिए सांस लेने की जरूरत नहीं है. हालांकि, साल 2010 में भी एक इसी तरह का जीव इटली के शोधकर्ताओं को मिला था. शोधकर्ताओं को उसमें भी माइटोकॉन्ड्र्रियल डीएनए नहीं दिखा था. लेकिन उस जीव की ऊर्जा का स्रोत हाइड्रोजन सल्फाइड था. हैरानी की बात यह है कि इस नए मिले हेन्नीगुया साल्मिनीकोला को तो हाइड्रोजन सल्फाइड की भी जरूरत नहीं है.


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