World's Smallest Town: दुनिया में अजब-गजब चीजों का भंडार है. कुछ चीजें हैरान करने वाली होती हैं तो कुछ इंसान या जानवर. कभी कभी इंसानों या जानवरों की कुछ हरकतें हैरान करते वाली होती हैं तो कुछ घटनाएं भी हैरान करती हैं. इसी तरह धरती पर बहुत सी ऐसी जगहें भी मौजूद हैं जिनके बारे में जानकर या देखकर हैरानी होती है और मन में कई तरह के सवाल आते हैं. दुनिया में सबसे बड़ा और सबसे छोटे का कॉन्सेप्ट भी हैरान करने वाला होता है. इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसे छोटे शहर के बारे में बताएंगे जहां 30 से भी कम लोग रहते हैं! 


जी हां, सही पढ़ा आपने. क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसी जगहें भी है जहां आपको घूमने के लिए गाड़ी की भी जरूरत नहीं पड़ेगी, आप पैदल ही इस पूरे शहर को नाप लेंगे. इस जगह का इतिहास भी काफी दिलचस्प है और इसकी लोकेशन भी काफी अट्रैक्टिव है. मजे की बात तो ये है कि इस कस्बे में 30 से भी कम लोग ही रहते हैं. चलिए आज आपको दुनिया के सबसे छोटे टाउन यानी कस्बे के बारे में बताते हैं...


यहां है सबसे छोटा टाउन
ये टाउन यूरोप में क्रोएशिया देश की राजधानी जाग्रेब से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां के स्थानीय लोग इसे ‘हम’ के नाम से जानते हैं. इस टाउन यानी कस्बे का इतिहास भी काफी रोचक है. वैसे तो इस कस्बे के इतिहास से जुड़े सटीक प्रमाण किसी के पास नहीं है, लेकिन ऐसा कहा जाता है कि इस कस्बे का सबसे पहला उल्लेख कागजों में साल 1132 में मिला था. कहा जाता है कि उस समय इसका नाम Cholm था. पुराने समय में किसी शासक ने यहां पुराने अंदाज में पत्थरों से दीवारों का निर्माण करवाया था. सुरक्षा के मद्देनजर यहां टावर भी बनवाया गया था ताकि आसानी से कस्बे की निगरानी की जा सके.


कस्बे में रहते हैं 30 से भी कम लोग
रिपोर्ट्स के अनुसार साल 2021 में यहां जनगणना की गई थी, जिसमें यहां की आबादी लगभग 27 निकल कर आई. इससे पहले सेंट्रल इस्ट्रिया की ओर से यहां साल 2011 में जनगणना की गई थी. जिसमें उस समय यहां की आबादी महज 21 थी. बाद में साल 2021 में यह बढ़कर 27 हो गई.


टाउन में हैं सिर्फ दो स्ट्रीट
आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि यहां सिर्फ दो ही सड़कें हैं. जी हां, ये कस्बा इतना छोटा है कि आप कुछ ही देर में पैदल भी इसे पूरा घूम सकते हैं. कहा जाता है कि कुछ सैनिक भी यहां बसने के लिए आए थे, लेकिन कुछ कारणों की वजह से वे यहां अपना परिवार नहीं बसा सके. विकास न होने की वजह से यहां दो ही सड़के हैं. यहां बने हुए मकान भी पुराने तरीकों से बने हुए हैं.


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