जो इंसान कड़ाके की सर्दी नहीं झेल पा रहा है क्या वह हिमयुग झेल पाएगा, जानिए क्या कहता है विज्ञान?
आज से लगभग 1.15 लाख साल पहले यह दुनिया दिल से युग के दौर से गुजर रही थी. यह युग लगभग 11000 साल तक चला था और इस दौरान भी पृथ्वी पर मानव थे.
भारत में इस वक्त कड़ाके की ठंड पड़ रही है. खासतौर से उत्तर भारत और पहाड़ी क्षेत्रों में. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और अन्य ऐसे प्रदेश जो मानचित्र में उत्तर भारत की ओर दिखाई देंगे वहां इन दिनों शीत लहर का प्रकोप जारी है. तापमान लगातार गिर रहा है. लोग अपने-अपने घरों में रजाई में दुबके हुए हैं. सोचिए अगर इतनी सी सर्दी में इंसानों की यह हालत है तो अगर भविष्य में हिम युग आ गया तो कैसा होगा. जिस आर्टिकल मैम आपको बताएंगे कि अगर भविष्य में कभी हिम युग आ गया तो क्या इंसान जीवित रह पाएंगे और अगर जीवित रह पाएंगे तो उनका जीवन कैसा होगा.
सबसे पहले समझिए हिम युग होता क्या है
दरअसल, जब पृथ्वी का तापमान बेहद ठंडा हो जाएगा यानी इतना ठंडा कि पानी बर्फ बन जाए और यह माहौल कई लाख या करोड़ साल तक अनवरत बना रहे तो उसे हिम युग कहा जाएगा. जब पृथ्वी पर हिम युग आएगा तब इस हरी-भरी पृथ्वी का ज्यादातर भूभाग सफेद बर्फ की चादर से ढक जाएगा और अंतरिक्ष से हमारी पृथ्वी नीला नहीं बल्कि सफेद गोला दिखाई देगी.
ग्लेशियल काल में मानव रह चुके हैं
आज से लगभग 1.15 लाख साल पहले यह दुनिया दिल से युग के दौर से गुजर रही थी. यह युग लगभग 11000 साल तक चला था और इस दौरान भी पृथ्वी पर मानव थे. उस दौरान पृथ्वी का तापमान औसतन 8 डिग्री सेल्सियस हुआ करता था जो आज के औसत वार्षिक तापमान से 6 डिग्री कम है. ग्लेशियल काल के दौरान कई ऐसे जीव थे जो विलुप्त हो चुके थे और कई ऐसे जीव थे जिनकी उस समय भरमार थी. इन जीवों में भूरे भालू, भेड़िए, मैमथ, बिल्लियां और कई ऐसे जीव थे जिनके शरीर पर बेहद मोटे बाल हुआ करते थे और वह जीवित थे.
हिम युग में इंसानों का क्या होगा
अगर भविष्य में कभी हिम युग आता है तो इंसान फिर भी सरवाइव कर जाएंगे. क्योंकि जब इंसानों के पास कोई आधुनिक सुख सुविधाएं नहीं थी तब भी इंसान हिम युग के दौरान जीवित थे. दरअसल, होमो सेपियंस प्रजाति आज से लगभग 3 लाख साल पहले अस्तित्व में आ गई थी. तो यह कहना बिल्कुल जायज होगा कि इंसान हिम युग की ठंडक को एक बार पहले भी झेल चुका है.
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