इस्लाम धर्म को मानने वाले सभी लोग खुद को मुसलमान कहते हैं, लेकिन असल में मुसलमान कई पंथों में बंटे हुए हैं. हम लोग इस्लाम में शिया और सुन्नी को तो जानते हैं लेकिन असल में शिया और सुन्नी में भी कई पंथ हैं. तो चलिए आज जानते हैं कि आखिर मुसलमान कुल कितने पंथों में बंटा हुआ है.
कितने पंथों में बंटे हैं मुसलमान?
सुन्नी- सुन्नी या सुन्नत का मतलब उन चीजों को अपनाना है जिस पर पैगम्बर मोहम्मद (570-632 ईसवी) ने खुद अमल किया हो और इसी हिसाब से वे सुन्नी कहलाते हैं. एक अनुमान के अनुसार, दुनिया के लगभग 80 से 85 प्रतिशत मुसलमान सुन्नी हैं वहीं 15 से 20 प्रतिशत के बीच शिया हैं. जहां तक इस्लामिक कानून की व्याख्या का सवाल है सुन्नी मुसलमान मुख्य रूप से चार समूहों में बंटे हुए हैं. हालांकि पांचवां समूह भी है जो इन चारों से खुद को अलग कहता है.
हनफी- इमाम अबू हनीफ़ा के मानने वाले हनफी मुसलमान कहलाते हैं. इस इस्लामिक कानून के मानने वाले मुसलमान भी दो गुटों में बंटे हुए हैं. एक देवबंदी कहलाते हैं तो दूसरे अपने आप को बरेलवी कहते हैं. ये दोनों ही नाम उत्तर प्रदेश के दो ज़िलों, देवबंद और बरेली के नाम पर है. देवबंदी और बरेलवी विचारधारा के मानने वालों का कहना है कि क़ुरान और हदीस ही उनकी शरियत का मूल स्रोत है लेकिन इस पर अमल करने के लिए इमाम का अनुसरण करना जरुरी है. वहीं बरेलवी विचारधारा के लोग आला हजरत रजा खान बरेलवी के बताए हुए नियमों को ज्यादा सही मानते हैं.
मालिकी- इमाम अबू हनीफा के बाद सुन्नियों के दूसरे इमाम, इमाम मालिक हैं जिनके मानने वाले एशिया में कम हैं. उनकी एक महत्वपूर्ण किताब 'इमाम मोत्ता' के नाम से काफी फेमस है.
शाफई- ये इमाम मालिक के शिष्य हैं और सुन्नियों के तीसरे प्रमुख इमाम हैं. मुसलमानों का एक बड़ा तबका इन्हीं के बताए रास्तों पर चलता है, जो ज्यादातर मध्य पूर्व एशिया और अफ्रीकी देशों में रहता है.
हंबली- सऊदी अरब, क़तर, कुवैत, मध्य पूर्व और कई अफ्रीकी देशों में भी मुसलमान इमाम हंबल के फिकह पर ज्यादा अमल करते हैं और वे अपने आपको हंबली कहते हैं.
ये भी है मुसलमानों के पंथ
मुसलमान कई पंथों में बंटे हुए हैं, ऊपर बताए गए पांच पंथों के अलावा सल्फी, वहाबी और अहले हदीस, सुन्नी बोहरा, अहमदिया, शिया, इस्ना अशरी, ज़ैदिया, इस्माइली शिया, दाऊदी बोहरा, खोजा और नुसैरी शामिल हैं.
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