जब भी बेरी का ज्रिक होता है, हर कोई सबसे पहले स्ट्रॉबेरी का नाम लेता है. दुनियाभर में स्ट्रॉबेरी की बहुत डिमांड भी रहती है. इसके बाद बहुत लोग ब्लूबेरी को भी पसंद करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी पाइनबेरी के बारे में सुना है. आज हम आपको बताएंगे कि पाइनबेरी कहां पर होता है और ये किस काम आता है. 


बैरीज


बैरीज का जिक्र होने पर सबसे पहले लोग स्ट्रॉबेरी काम लेते हैं. बता दें कि भारत में सबसे ज्यादा स्ट्रॉबेरी पाया जाता है और ये विटामिन सी से भरपूर होता. हार्ट और डायबिटीज के मरीज के लिए स्ट्रॉबेरी फायदेमंद भी होता है.


पाइनबेरी


स्ट्राबेरी प्रजाति का पाइनबेरी एक सफेद बेरी है. इसमें कई पोषक तत्व और विटामिन पाए जाते हैं. इस फल की डिमांड भी खूब रहती है. क्योंकि ये शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है. दरअसल ये फल शरीर के पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है. क्योंकि इसमें फाइबर पाया जाता है. वहीं विटामिन ए होने के कारण इस फल को खाने से दांत और मसूड़े संबंधित समस्या नहीं होती है. इसके अलावा ये फल खाने से कोलेस्ट्राल कम होता है, जिससे दांत और मसूड़े सेहतमंद रहते हैं. जानकारी के मुताबिक सबसे पहले पाइनबेरी दक्षिण अमेरिका में खोजा गया था. जिसके बाद आज के वक्त यूके और संयुक्त राज्य अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों और क्षेत्रों में इसकी खेती और बिक्री हो रही है. 


पाइनबेरी के प्रकार


बता दें कि पाइनबेरी प्रजाति में बहुत सारे बैरीज पाए जाते हैं. इतना ही नहीं सभी बैरीज अलग-अलग फायदे पहुंचाते हैं. जैसे ब्लैकबेरी काले रंग की बैरीज होती है, जिसमें जामुन भी शामिल है. ये बायोफ्लेवोनॉयड, विटामिन सी से भरपूर होती है. इसमें सोडियम और कैलोरी काफी कम होती है. इसके बाद रास्पबेरी ये विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट, मिनरल्स और डायट्री फाइबर से भरपूर होती हैं. इसमें इलैजिक एसिड होता है जो कैंसर सेल्स को बनने से रोकता है. इसी तरीके से क्रैनबेरी को महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. इससे वजाइनल प्रॉब्लम और यूटीआई में भी राहत मिलती है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-कैंसर, एंटी इन्फ्लामेट्री तत्व होते हैं.


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