आपने भी खूब सुना होगा सूरजकुंड मेले का नाम, जानिए वहां क्या होता है खास
02 फरवरी से 37वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले की शुरुआत हो गई है, जो 18 फरवरी तक चलेगा. वहीं इस बार मेले की थीम गुजरात राज्य पर है. आज हम आपको बताएंगे कि सुरजकुंड मेला इतना खास क्यों है.
हरियाणा के फरीदाबाद में 02 फरवरी से 37वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेले की शुरुआत हो गई है. ये मेला 18 फरवरी तक चलेगा. बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस मेले का उद्घाटन किया था. वहीं इस बार मेले में करीब 20 देश और भारत के सभी राज्य भाग ले रहे हैं. इसके अलावा मेले की थीम गुजरात राज्य है, यानी आपको मेले में गुजराती कल्चर की छाप नजर आएगी और यहां के खास सामान देखने को मिलेंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सूरजकुंड मेला क्यों इतना खास है. आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताएंगे.
देश का सबसे बड़ा शिल्प मेला
पूरे देश को एक नजरिए से देखने के लिए हर किसी को सूरजकुंड मेले में जरूर जाना चाहिए. यहां पर आपको विभिन्न देशों के लोगों की विशेष शिल्प कौशल और रचनात्मकता देखने को मिलती है. इसके अलावा आपको वहां पर विभिन्न क्षेत्रों के भारतीय भोजन का स्वाद भी मिलता है. बता दें कि केंद्रीय पर्यटन कपड़ा संस्कृति और विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर सूरजकुंड मेला प्राधिकरण अैर हरियाणा पर्यटन मेले का आयोजन करते हैं. वहीं मेले के दौरान ओपन एयर थिएटर में नेशनल और इंटरनेशनल आर्टिस्टों का परफॉर्मेंस देखने लायक होता है. इसके अलावायहां आपको कुशल और निपुण कलाकारों के साथ बातचीत करने का मौका भी मिलेगा.
शिल्पकारों के लिए खास है ये मेला
जानकारी के लिए बता दें कि सूरजकुंड हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिले का एक गांव है. यहां हर साल सूरजकुंड मेले का आयोजन किया जाता है. सूरजकुंड मेले के कारण ही यह जगह पूरे भारत में मशहूर है. इस मेले की शुरूआत 1987 में शिल्पकारों और उनके अद्भुत कामों को प्रदर्शित करने से हुआ था. जिसका मुख्य उद्देश्य लोकल आर्ट को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर प्रदान करना था. इस मेले में आपको शिल्पकला से जुड़ा हुआ सामान मिलता है.
कैसे पहुंचे सूरजकुंड मेला
अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं, तो सुरजकुंड मेला पहुंचने के लिए सबसे अच्छी सुविधा मेट्रो है. इसके लिए आपको वायलेट लाइन मेट्रो ट्रेन लेनी होगी. फिर यहां से आपको बदरपुर बॉर्डर या तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन पर उतरना होगा. ये मेला मेट्रो स्टेशन से केवल 4.5 किमी दूर है. कहीं दूर से अगर आप फ्लाइट से आना चाहते हैं, तो उसके लिए आप दिल्ली इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंच सकते हैं. यहां से फरीदाबाद की दूरी 24 किमी है. इसलिए एयरपोर्ट से मेले के लिए आप कैब ले सकते हैं.
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