दशकों की रिसर्च से साबित हो चुका है कि तनाव, अकेलापन और कमजोर स्वास्थ्य ना सिर्फ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करते हैं बल्कि ये वैक्सीन के असर को भी कमजोर कर सकते हैं. ऐसा ही कुछ कोविड वैक्सीन को लेकर भी अनुमान लगाया जा रहा है. मनोविज्ञान के अध्ययनों से जुड़ी कुछ रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया जा रहा है. लेकिन अच्छी बात ये है कि कुछ साधारण से बदलाव करके आप ऐसी किसी भी आशंका को दूर कर सकते हैं.  एक अच्छी नींद और रूटीन में थोड़ी एक्सरसाइज को शामिल करके आप ऐसे खतरों को दूर सकते हैं.


तनाव से कम हो सकता है वैक्सीन का प्रभाव
वैक्सीन किसी भी बीमारी या महामारी को खत्म करने में सबसे प्रभावी तरीका माना जाता है. किसी भी वैक्सीन की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि वो किसी भी आबादी का एक जरूरी हिस्सा टीकाकरण हासिल कर सके ताकि हर्ड इम्युनिटी के लक्ष्य को हासिल किया जा सके. हालांकि कोविड 19 वैक्सीन को लेकर अभी तक किए गए ट्रायल्स और इस्तेमाल में वैक्सीन के पूरी तरह से प्रभावी होने की बात सामने आई है. वैक्सीन ना सिर्फ इम्युनिटी को मजबूत करने में मददगार है बल्कि  संक्रमण के खिलाफ प्रभावी भी है. हालांकि इसमें भी कुछ फैक्टर्स ऐसे हैं जो वैक्सीन के प्रभाव को कम कर सकते हैं. जैसे जीन संबंधी समस्याएं, मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतें शरीर के इम्यून सिस्टम के साथ वैक्सीन के असर को भी प्रभावित कर सकती हैं.


मानसिक तनाव से बचना होगा
हालांकि कोविड संकट के इस दौर में दुनिया के ज्यादातर लोग मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतों और तनाव से पहले ही जूझ रहे हैं. घरों में अकेला रहने, बाहरी दुनिया से कम संपर्क, आर्थिक दिक्कतें कुछ ऐसी समस्याएं जो इसकी जड़ हैं. इस तरह के तनाव की वजह से पहले भी कई वैक्सीन के प्रभावित होने की रिपोर्ट्स हैं. ऐसी समस्याएं खासकर ज्यादा उम्र वाले लोगों में दिखाई देती हैं. ऐसे लोगों में संक्रमण से लड़ने की क्षमता प्रभावित होती हैं जो काफी परेशान करने वाला साबित हो सकता है.


रिसर्चर्स का कहना है कि शारीरिक बदलाव और मानसिक तनाव वैक्सीन की प्रभाव क्षमता को कम कर सकता है. साथ ही ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी असर डाल सकता है. पहले ही कोविड संकट की वजह से ऐसे खतरे बढ़ गए हैं.


हालांकि इस पूरी चिंता के बीच एक अच्छी खबर ये है कि रिसर्चर्स के मुताबिक कोविड 19 वैक्सीन्स  95 फीसदी तक प्रभावी हैं. हालांकि खराब मानसिक स्वास्थ्य और दूसरे हालात वैक्सीन के प्रभावी होने के वक्त में थोड़ी देर हो सकती है. इसके अलावा इम्युनिटी पीरियड में भी कमी आ सकती है. ऐसे में साफ है कि अगर आप चाहते हैं कि वैक्सीन लगने के बाद आपको उसका फायदा मिले तो अपने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें.



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