पिछले 25 वर्षों के दौरान विकसित देशों में गर्भपात की दर चमत्कारिक रूप से घटी है, लेकिन गरीब विकासशील देशों में यह दर बहुत कम ही नीचे गई है. एक नए वैश्विक अध्ययन से यह बात सामने आई है.

यह अध्ययन विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमेरिकी गैर लाभकारी संस्था, गटमेचर इंस्टीट्यूट द्वारा किया गया है. शोध में पता चला है कि गर्भपात की दरें कम करने में कानूनी प्रतिबंधों ने बहुत कम योगदान दिया. इसके बजाए इससे लोग गुप्त और अवैध तरीके अपनाने के लिए अधिक प्रेरित हुए.

शोधार्थियों ने 1990 से 2010 और 2014 के बीच के प्रत्येक साल गर्भपात की संख्या का आकलन किया. शोधार्थियों ने देखा कि 2010 से 2014 के बीच प्रत्येक साल वैश्विक तौर पर 5.63 करोड़ गर्भपात हुए. जिसकी संख्या 1990-1994 की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक रही.

शोध के अनुसार, पिछले 25 सालों में विकसित देशों की वार्षिक गर्भपात दर प्रति 1000 महिलाओं में 46 से 27 फीसदी कम हुई. हालांकि गरीब देशों की दर में कुछ खास परिवर्तन नहीं हुआ. यह केवल 39 से 37 तक ही पहुंच पाई.

शोध में विकासशील देशों में आधुनिक गर्भनिरोधक उपायों की कमी को भी दर्शाया गया है.

यह शोध 'द लैंसेट' पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.