ऑटिज्म रोग एक सामाजिक विकार है, जो अक्सर संवेदी उत्तेजनाओं के असामान्य प्रतिक्रियाओं से जुड़ा हुआ है और इसका संबंध केवल मस्तिष्क विकास की कमी से नहीं है.


चूहों पर हुए एक शोध से पता चला है कि विकार के कुछ पहलू मस्तिष्क तक संवेदी जानकारी पहुंचाने वाले शरीर के हिस्सों, अगुंलियों और हाथ-पैर में पाई जाने वाली नसों में दोष से जुड़े होते हैं.

उन्होंने कहा, "स्पर्श, तनाव और सामाजिक असामान्यताओं के प्रति संवेदनशीलता सहित लक्षण तथाकथित परिधीय नसों की समस्याओं से संबंधित परिणामों का रूप हो सकता है."

इस शोध के लिए शोधार्थियों ने जीन में होने वाले उत्परिवर्तन के प्रभावों का अध्ययन किया था, जो आमतौर पर मानव शरीर में ऑटिज्म से जुड़े होते हैं.

हॉवर्ड हगीस मेडिकल इंस्टीट्यूट के अनवेषक गिटी ने कहा, "आम धारणा रही है कि ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसार्डर (एएसडी) पूरी तरह मस्तिष्क की बीमारी है, लेकिन हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि यह धारणा पूरी तरह सही नहीं है और यह प्रत्येक मामले में लागू नहीं हो सकती."

यह शोध गुरुवार को अमेरिकी पत्रिका 'सेल' में प्रकाशित हुआ है.