विश्व भर में सांस की बीमारियों में अस्थमा सबसे आम होता जा रहा है. इसे देखते हुए बढ़ते वायु प्रदूषण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 'सेव योर लंग्स' अभियान की शुरुआत की गई. इस अभियान 'सेव योर लंग्स' के तहत दो सप्ताह के दौरान स्ट्रीट प्ले, चर्चा सत्र जैसे बातचीत के कई माध्यमों के जरिए शहर में लोगों को वायु प्रदूषण को उनके फेफड़ों को प्रदूषित करने से बचने की विधि के बारे में सूचित किया जाएगा.
गुड़गांव के संयुक्त पुलिस आयुक्त पूरण कुमार ने इस अभियान की शुरुआत की, जिसे 'एविस हेल्थ' के सहयोग से 'क्लीन एयर इंडिया मूवमेंट (क्लेम)' की साझेदारी में चलाया जाएगा.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में गुड़गांव की वायु गुणवत्ता सबसे अधिक प्रदूषित है.
अगले दो सप्ताह के लिए इस अभियान के तहत 20 स्वयंसेवक शहर में घूम-घूम कर लोगों को वायु प्रदूषण के कारण होने वाले नुकसान के बारे में सूचित करेंगे.
'एविस हेल्थ' के वरिष्ठ पुलमोनोलोजिस्ट हिमांशु गर्ग ने कहा, "लोगों को यह समझने की जरूरत है कि वायु प्रदूषण उनके श्वसन स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल रहा है. इससे अस्थमा जैसी कई अन्य श्वसन संबंधी बीमारियां उत्पन्न होती हैं."
ये लोग बताएंगे वायु प्रदूषण से होने वाले नुकसान के बारे में!
एजेंसी
Updated at:
03 May 2016 03:04 AM (IST)
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