दिल्ली में इस मौसम में डेंगू से होने वाली मौत का पहला मामला सामने आया है. 18 साल की एक किशोरी की मौत पिछले सप्ताह हो गई, जिसका खुलासा मंगलवार को एक आधिकारिक रिपोर्ट से हुआ. उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद इलाके की फरहीन ने लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में 21 जुलाई के अंतिम सांस ली, यहां उसका इलाज चल रहा था.

पीड़िता के पिता के अनुसार, उनकी बेटी में बुखार में कमी-ज्यादा तथा उल्टी जैसे डेंगू के लक्षण मिलने के बाद उसे दिल्ली सरकार के जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में भर्ती कराया गया था. चिकित्सकों ने उसकी जांच की, जिसका टेस्ट पॉजीटिव आया है.

पीड़िता के पिता ने कहा, "हमारी बेटी को केवल इंजेक्शन देकर छोड़ दिया गया, जिसके कारण उसकी स्थिति और भी खराब हो गई. इसके बाद उसे एलएनजेपी अस्पताल में 20 जुलाई की रात को भर्ती कराया गया. चिकित्सकों ने काफी कोशिश की, लेकिन अगली सुबह उसकी मौत हो गई." दिल्ली में अब तक डेंगू के 90 मामले दर्ज किए गए हैं.

डेंगू से बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके

डेंगू के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है ऐसे में आपको डेंगू के कारणों और उससे बचाव के बारे में पता होना जरूरी हैं. जानिए, डेंगू से कैसे बचाव किया जा सकता है.

डेंगू एक ऐसी बीमारी हैं जो एडिस इजिप्टी मच्छरों के काटने से होती हैं. इस रोग में तेज बुखार के साथ शरीर पर चकते बनने शुरू हो जाते हैं. जहां यह महामारी के रूप मे फैलता है वहाँ एक समय मे अनेक प्रकार के विषाणु सक्रिय हो सकते है.

डेंगू से बचाव के लिए फिलहाल कोई टीका नहीं आया है इसलिए इससे बचाव के लिए आपका जागरूक होना जरूरी हैं.

  • डेंगू की रोकथाम के लिए जरुरी है कि डेंगू के मच्‍छरों के काटने से बचे और इन मच्‍छरों के फैलने पर नियंत्रण रखा जाए. डेंगू के मच्‍छरों को कंट्रोल करने के लिए उसके पनपने की जगहों को ही नष्ट कर देना चाहिए.

  • एडीज एजिप्टी मच्छर ज्यादातर दिन में काटते हैं ऐसे में पानी के कंटेनर खाली कर दें और जिन जगहों पर पानी के जमा होने की उम्मीद हैं वहां कीटनाशकों का उपयोग करें.

  • टायर, बोतलें, कूलर, गुलदस्ते इनको अक्सर खाली करना चाहिए क्योंकि इन जगहों पर डेंगू के मच्छर अधिक होते हैं. साथ ही घर के अंदर और आसपास भी पानी जमा ना होने दें. इतना ही नहीं, किसी भी बर्तन में लंबे समय तक पानी ना रखें.

  • कूलर का पानी अक्सर बदलते रहे और हर सप्ताह उसमें कीटनाशक दवाई डालें. जिन बर्तनों में पानी रखा हो उसे ढककर रखें.

  • रोजाना मच्छरदानी लगाकर सोएं और पूरे कपड़े पहनकर रहें. मच्‍छर ना काटें इसके लिए क्रीम लगाकर रखें.

  • घर में और घर के आसपास साफ-सफाई रखें क्योंकि गंदगी में डेंगू के मच्छरों के पनपने की आशंका बढ़ जाती है. कचरे के डिब्बे को हमेशा ढककर रखें.

  • सोते समय चारों तरफ नेट लगाकर सोएं. खिड़की और दरवाजों पर जाली लगाकर रखें. यदि घर में या आसपास मच्छर ज्यादा हैं तो दिन में भी मच्छरदानी लगाएं.

  • इस प्रजाति के मच्छर दिन मे काटते है ऐसे में उन क्षेत्रों से दूर रहे जहां डेंगू के मामले अधिक देखने को मिल रहे हो. साथ ही ऐसी जगहों पर भी जानें से बचें जहां बहुत ज्यादा गंदगी और मच्छर हों. जहां बीमारी अधिक मात्रा में हो, वहां फेस मॉस्क लगाकर जाएं.

  • डेंगू वायरस से जल्द निजात पाने के लिए इसके लक्षणों को पहचान कर सही समय पर डॉक् र की सलाह लें. डेंगू के उपचार में अगर अधिक देरी हो जाए तो यह डेंगू हेमोरेजिक फीवर का रूप ले लेता है.

    कुछ प्राकृतिक उपाय


  • मच्छर घर में ना पनपे इसके लिए अपने घर की खिड़कियों पर तुलसी का पौधा भी रख सकते हैं इससे मच्छर नहीं होंगे.

  • कमरों के खिड़की-दरवाजें बंद करके कपूर जला लें और 15 से 20 मिनट कमरों को बंद रखें. इससे आप मच्छरों को आसानी से दूर कर सकते हैं.

  • शाम को घर में नीम का धुआं करने से भी मच्छर नहीं आते.

    शाम को घर में लैवन्डर अरोमा कैंडल भी जला सकते हैं.