दुनिया में अधिकांश बच्चे 'हैरी पॉटर' और 'लॉर्ड ऑफ द रिंग्स' जैसे उपन्यासों के दीवाने हैं, लेकिन ब्रिटिश स्कूल के एक प्रधानाचार्य का कहना है कि ये उपन्यास बच्चों को मानसिक रूप से बीमार बना रहे हैं.

प्रधानाचार्य ने कहा है कि इस तरह का उपन्यास पढ़कर बच्चों का मस्तिष्क दूषित हो रहा है और इन्हें पढ़ने की मंजूरी प्रदान करना उन्हें कई चम्मच चीनी खिलाने जैसा खतरनाक है.

ग्लूसेस्टरशायर के नाइल्सवर्थ में एकॉम स्कूल के प्रधानाचार्य ग्रीम व्हाइटिंग ने अपने ब्लॉग पर लिखा है कि 'हैरी पोर्टर', 'द हंगर गेम्स' तथा 'गेम ऑफ थ्रोंस' जैसी काल्पनिक कथाओं में पूरी तरह असंवेदनशील तथा लत लगाने वाली सामग्री है, जो बच्चों के स्वभाव को बेहद खराब बना रही है. ये कम उम्र के बच्चों के अवचेतन मस्तिष्क की संवेदनशीलता को खत्म कर रहा है.

प्रधानाचार्य ने कहा कि वह चाहते हैं कि बच्चे वैसा साहित्य पढ़ें जो उनकी आयु के अनुकूल हो. उन्होंने पारंपरिक साहित्यिक मूल्यों की वकालत की.