नई दिल्‍लीः इन दिनों डेंगू और चिकनगुनिया दो तरह के वायरल फीवर का प्रकोप हर ओर फैला हुआ है. इसी कारण दिल्ली और एनसीआर के अस्पतालों में बेड्स तक की कमी हो गई है.


इन दोनों बीमारियों के वायरस सेल्स में छिप जाते हैं और रक्त प्रवाह में दिखाई नहीं देते. नतीजन डेंगू और चिकनगुनिया के वायरस को दवाओं के जरिए खत्‍म कर पाना मुश्किल काम है क्योंकि दवाएं रक्त के जरिए ही अपना काम करती हैं.

हमारा शरीर एक सुपर कंप्यूटर की तरह है, इसका वायरस से लड़ने का अपना तंत्र है. यह बैक्टीरिया या किसी भी वायरस से लड़ने के लिए सामान्य स्तर से अलग अपने तापमान को जन्म देता है. इसी वजह से ये हमारी परेशानी और असहजता का कारण बनता है और इलाज के लिए हमें डॉक्टर के पास जाना होता है.

डॉक्टर्स हमें बुखार के लिए दवाएं देते हैं ताकि शरीर का तापमान कम हो सके. लेकिन इसी बीच शरीर का तंत्र वायरस से लड़ने में समस्या खड़ी करता है, इससे पूरी तरह से वायरस को मिटाना मुश्किल होता है ऐसे में वायरस शरीर में ही रह जाता है जिस वजह से ये वायरस कुछ समय बाद फिर से शरीर पर अटैक करता है.

बहरहाल, ऐसे बहुत से वायरल और बैक्टीरिया अटैक हैं जो अचानक शरीर का तापमान बढ़ा देते हैं. इन बैक्टीरिया को हमारा शरीर दस्त, उल्टी खांसी और जुकाम के जरिए शरीर से बाहर फेंकता है. ऐसी स्थिति को नियंत्रि‍त करने के लिए जब हम दवाएं लेते हैं तो हम अंजाने में अपने शरीर को नुकसान पहुंचा रहे होते है.

तो सवाल उठता है कि ऐसे में क्या करना चाहिए? हमें अपने शरीर का तापमान लगातार जांचते रहना चाहिए और जब तापमान 102.2 डिग्री से अधिक हो जाए तो शरीर के गर्म हिस्सों पर खासतौर पर सिर पर ठंडी पट्टियों से सिंकाई करनी चाहिए जिससे तापमान नीचे आ जाए. ठंडी सिंकाई के लिए छोटा सा तौलिया लें और उसे एकदम ठंडे पानी में भिगो दें, उसे निचोंड़े और सिर पर हर दो से तीन मिनट में तब तक लगाते रहें जब तक शरीर का तापमान सामान्य ना हो जाए. ऐसी स्थिति में दवा लेने से बचना चाहिए.

ऐसी सिचुएशन में मरीज को खास तरह की तीन दिन की डायट दें. इस खास डायट से मरीज जल्दी ही बुखार से उबर जाएगा. हम आपको बता रहे हैं क्या है तीन दिन की डायट.

पहला दिन- अपने वजन को 10 हिस्सों में विभाजित करो और उतने गिलास मौसमी जूस और नारियल पानी दिनभर में पीओ. अगर मरीज की वजन 60 किलो है तो मरीज को 6 गिलास मौसमी जूस और 6 गिलास नारियल पानी पिलाओ. सॉलिड फूड कुछ ना खिलाएं.

दूसरा दिन- अपने वजन को 20 हिस्सों में विभाजित करो और उतने गिलास मौसमी जूस और नारियल पानी दिनभर में पीओ. इसके साथ ही अपके वजन को 5 ग्राम से गुणा करके उतना टमाटर और खीरा खाएं.

तीसरा दिन- अपने वजन को 30 हिस्सों में विभाजित करो और उतने गिलास मौसमी जूस और नारियल पानी दिनभर में पीओ. इसके साथ ही अपके वजन को 5 ग्राम से गुणा करके उतना टमाटर और खीरा लंच में खाएं साथ ही घर को बना खाना रात में खाएं.

इन स्टेप्स से आप निश्चित तौर पर तीन दिन में वायरल फीवर से छुटकारा पा सकते हैं. इन स्टेप्स को अपनाने से ना तो आपके शरीर को कोई नुकसान पहुंचेगा और ना ही शरीर के तंत्र को. हमें चाहिए कि बुखार, खांसी-जुकाम, उल्टी और दस्त के दौरान दहशत में ना आएं और कोई भी दवा लेने से बचें. लेकिन शरीर का तापमान लगातार जांच करते रहें. साथ ही तरल पदार्थों का सेवन करते रहें.