लंदन: अब तक माना जाता था कि जो महिलाएं रात की शिफ्ट में काम करती हैं उनमें अन्य महिलाओं के मुकाबले ब्रेस्ट कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है. लेकिन एक नई रिसर्च में अब इस धारणा को गलत साबित किया गया है.

नई रिसर्च में दावा किया गया है कि रात की शिफ्ट में काम करने से ब्रेस्ट कैंसर जैसी समस्याएं नहीं होती यानि रात की शिफ्ट ब्रेस्ट कैंसर का कारण नहीं है. ये नई रिसर्च ब्रेस्ट कैंसर को लेकर अब तक हुई पुरानी अवधारणाओं और शोध से एकदम विपरीत है.

ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने हाल में एक स्टडी में पाया कि रात्रि पाली में काम करना महिलाओं में स्तन कैंसर का कारण नहीं होता.

शोध के नतीजे नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के जर्नल में प्रकाशित हुए हैं. यह नतीजे अमेरिका, चीन, स्वीडन और नीदरलैंड्स के 10 शोधों के विश्लेषण पर निकाले गए हैं. अध्ययन में 14 लाख महिलाओं को शामिल किया गया था.

बीबीसी ने शोध करने वाले एक सदस्य के हवाले से बताया, “यह इस मामले पर सबसे बड़ा अध्ययन है.”

यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड में कैंसर एपिडेमियोलॉजी के कैंसर वैज्ञानिक और इस अध्ययन के मुख्य लेखक रूथ ट्रैविस ने कहा, “हमने पाया कि रात्रि पाली और लंबे समय से रात्रि पाली में काम करने वाली महिलाओं को स्तन कैंसर विकसित होने की अधिक जोखिम नहीं होता है.”

ब्रिटिश हेल्थ एंड सेफ्टी एक्सीक्यूटिव (एचएसई), कैंसर रिसर्च यूके और यूके मेडिकल रिसर्च काउंसिल द्वारा वित्तपोषित यह नया शोध नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट पत्रिका में प्रकाशित किया गया है.