इलाहाबाद : संगम के शहर इलाहाबाद में डेंगू का प्रकोप अब महामारी बनकर फैलता जा रहा है. बीते चौबीस घंटों में डेंगू की चपेट में आने से यहां एक और शख्स की मौत हो गई है.


डेंगू की वजह से इलाहाबाद में पिछले तीन दिनों में पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सौ से ज़्यादा नये मामले सामने आए हैं. यहां तमाम लोग अलग- अलग अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं.

इलाहाबाद में डेंगू के साथ ही मच्छरों से होने वाली बीमारी मलेरिया ने भी तेजी से पांव पसारे हैं. मलेरिया की वजह से भी शिवकुटी स्थित सरकारी अनाथालय में रात को एक बच्ची की मौत हुई है. मच्छरों से होने वाली बीमारियों के तेजी से फैलने के बावजूद सरकारी अमला अब भी हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है. अभी तक न तो शहर में साफ़ - सफाई के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं और न ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है.

सरकारी अमला डेंगू और मलेरिया से निपटने के दावे तो बड़े - बड़े कर रहा है, लेकिन उसके काम कागजों पर ज़्यादा और हकीकत में कम नजर आ रहे हैं.

इलाहाबाद में बृहस्पतिवार की शाम को एक प्राइवेट हॉस्पिटल में डेंगू का इलाज करा रहे प्रतापगढ़ के अट्ठाइस साल के अक्षत पटेल की मौत हो गई. डेंगू के मच्छर अक्षत से पहले यहाँ तैराकी और नौकायन के होनहार खिलाड़ी हर्षित यादव की भी जान ले चुके हैं.

तीन दिनों में पांच मौतों के बाद सरकारी अमला अब जाकर हरकत में आया है. प्रशासन ने डेंगू को लेकर अलर्ट जारी करते हुए मेडिकल अफसरों को अब रात में भी अस्पतालों में ही कैम्प करने का फरमान जारी किया है. इसके अलावा अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए जाने और संदिग्ध मरीजों को अस्पताल तक लाने और वहां उनका पूरा चेकअप कराने के भी दावे किये गए हैं.

अफसरान भी मान रहे हैं कि इलाहाबाद के हालात तेजी से खराब होते जा रहे हैं और अगले कुछ दिनों तक इमरजेंसी हालात में काम करने की ज़रुरत है.