जो महिलाएं गर्भावस्था के दौरान मोटापे और मधुमेह की शिकार होती हैं, ऐसी महिलाओं की संतान में अधिक वजन और मोटापे की संभावना होती है. एक अमेरिकी अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है.


अमेरिका के पोर्टलैंड स्थित केसर परमानेंट सेंटर फॉर हेल्थ रिसर्च में इस अध्ययन की मुख्य लेखिका डॉ. टेरेसा हिलियर ने बताया, "गर्भावस्था के समय जब महिलाओं में शर्करा और वजन बढ़ने लगता है, तो इस दौरान संतान के चयापचय में बदलाव होता है, जो बचपन में मोटापे का शिकार होने की निशानी है."

इस शोध के लिए अमेरिका के तीन राज्यों की 24,000 महिलाओं और उनके बच्चों पर अध्ययन किया गया. जन्म के दौरान सभी बच्चे सामान्य वजन के थे. इन बच्चों का शोधार्थियों ने 10 साल की उम्र तक आकलन किया.

आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला कि जिन महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान मधुमेह की शिकायत हुई थी, उनके बच्चों में 10 साल की उम्र तक मोटापा ग्रस्त होने की 30 प्रतिशत संभावना पाई गई. वहीं जिन महिलाओं का वजन गर्भावस्था के दौरान 40 पाउंड तक बढ़ा था, उनके बच्चों में अधिक मोटापे का 16 प्रतिशत जोखिम पाया गया.