शोधार्थियों ने यह भी बताया कि जीवन के पहले साल में अपरिपक्व बच्चों का तंत्रिका तंत्र परिपक्व बच्चों की तुलना में भिन्न होता है.
इस अध्ययन की शोधार्थी और जापान के क्योटो विश्वविद्यालय की म्योवा-यामाकोशी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि हमारे यह निष्कर्ष प्रारंभिक निदान में मददगार साबित होंगे, जिससे इस रोग की पहचान और चिकित्सा में संभावित कदम उठाने में मदद मिलेगी."
यह शोध 'इनफैंसी' शोध पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.