उम्रदराज व्यस्कों के लिए सप्ताह में दो बार शक्ति बढ़ाने का प्रशिक्षण काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. क्योंकि एक नए शोध से पता चला है कि शक्ति संवर्धन प्रशिक्षण लेने से वृद्धों की स्टैमिना बढ़ती है और वे लंबी उम्र जीते हैं. साथ ही इससे हृदय और कैंसर जैसी समस्याओं को भी कम किया जा सकता है. निष्कर्षों से पता चला है कि अगर उम्रदराज वयस्क सप्ताह में कम से कम दो बार शक्ति संवर्धन प्रशिक्षण लेते हैं, तो उनमें जल्द मरने का जोखिम 46 प्रतिशत तक घट जाता है. उन्हें कैंसर और हृदय रोग की समस्याओं से होने वाली मृत्यु का जोखिम भी क्रमश: 41 प्रतिशत और नौ प्रतिशत घट जाता है.


शारीरिक गतिविधि और एरोबिक व्यायाम से होने वाले स्वास्थ्य सुधारों की पुख्ता जानकारी तो मौजूद है, लेकिन शक्ति संवर्धन प्रशिक्षण के प्रभावों की फिलहाल काफी कम जानकारी उपलब्ध है.

अमेरिका के पेन स्टेट कॉलेज ऑफ मेडिसिन से जेनिफर एल ने बताया, "ऐसा नहीं है कि शक्ति संवर्धन प्रशिक्षण अब तक लोगों द्वारा किए जा रहे व्यायाम का हिस्सा नहीं है. क्योंकि इसके प्रभावों की अधिक जानकारी नहीं थी, इसलिए अभी तक इसकी ²ढ़तापूर्वक सलाह नहीं दी गई थी."

इस शोध के अध्ययनकर्ताओं ने नेशनल हेल्थ इंटरव्यू सर्वे (एनएचआईएस) के साल 2011 के सर्वेक्षण के 65 और उससे अधिक आयु वर्ग के 30,000 प्रतिभागियों के आंकड़ों का आकलन किया था.