केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे.पी.नड्डा ने सोमवार को कहा कि सरकार ने मॉनसून में डेंगू रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि 33 निगरानी प्रयोगशालाओं के अतिरिक्त डेंगू जांच के लिए दो शीर्ष प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं, जिसमें रोग पहचान की अत्याधुनिक सुविधाएं हैं. नड्डा ने कहा कि सभी राज्यों को सलाह दी गई है कि वे डेंगू जांच के लिए मूल्य सीमा तय करें. उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राज्य सरकारों को परामर्श दिए गए हैं.


नड्डा ने सोमवार को यहां दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण के लिए समीक्षा बैठक की.

स्वास्थ्य मंत्री को बताया गया कि केन्द्र सरकार के अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में बिस्तर लगाए गए हैं. जांच किट भी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं. उन्होंने डेंगू की रोकथाम और प्रबंधन के लिए दिल्ली सरकार को सभी आवश्यक समर्थन देने का आश्वासन दिया.

नड्डा ने कहा कि डेंगू की रोकथाम में सामुदायिक भागीदारी महत्वपूर्ण है. उन्होंने सभी हितधारकों से जागरूकता अभियान चलाने का आग्रह किया, ताकि लोग और समुदाय डेंगू की रोकथाम की दिशा में कदम उठा सकें.

स्वास्थ्य मंत्री ने केन्द्र सरकार के सभी अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि अस्पताल परिसर डेंगू मच्छर मुक्त किए जाएं.

बैठक में डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण के बारे में दिल्ली प्रशासन और अन्य हितधारकों की तैयारियों की समीक्षा की गई. बैठक में स्वास्थ्य राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते तथा अनुप्रिया पटेल उपस्थित थीं.

बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन, दिल्ली नगर निगमों के मेयर, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, राष्ट्रीय मच्छर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी) के अधिकारी, एम्स, लेडी हाडिर्ंग मेडिकल कॉलेज, सफदरजंग अस्पताल, राष्ट्रीय बीमारी नियंत्रण केन्द्र (एनसीडीसी) तथा केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे.

बैठक में स्वास्थ्य सचिव बी.पी. शर्मा, अपर स्वास्थ्य सचिव के.बी. अग्रवाल और स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.