शोधार्थियों ने सीजोफ्रेनिया रोगियों में खराब स्मृति के कारणों का पता लगाया है. शोधार्थियों का कहना है कि एक खास प्रकार की मस्तिष्क संरचना इस रोग से पीड़ित लोगों की समस्याओं के लिए जिम्मेदार हो सकती है. निष्कर्षो से साबित हुआ है कि सीजोफ्रेनिया रोगियों के मस्तिष्क के डोर्सोलेटरल प्रीफ्रांटल कोर्टेक्स (डीएलपीएफसी) भाग में उत्पन्न होने वाले अवरोध इस समस्या के लिए जिम्मेदार हैं.

मस्तिष्क का यह भाग स्मृति क्रियातंत्र में अहम भूमिका निभाता है, यह भाग जटिल और संज्ञानात्मक कार्यो में सूचनाओं का अस्थायी रूप से संग्रह और प्रंबधन करता है.

इस शोध के लिए 45 सामान्य लोगों और 51 सीजोफ्रेनिया रोगियों पर अध्ययन किया गया था.

सीजोफ्रेनिया आमतौर पर किशोरावस्था या युवावस्था में आरंभ होती है. दुनिया भर में लगभग एक प्रतिशत लोग सीजोफ्रेनिया से पीड़ित हैं. इस रोग के कारण आम तौर पर मतिभ्रम और भ्रम की समस्याएं उत्पन्न होती हैं. साथ ही कई बार इसके द्वारा लोगों को लघु और दीर्घकालिक स्मृति समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है, जो सबसे अधिक विनाशकारी लक्षणों में से एक है.

यह शोध 'बायोलॉजिकल साइकियाट्री' पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.