CAA पर प्रदर्शनों के बीच CJI का बड़ा बयान, कहा- विश्विद्यालय सिर्फ ईंट-गारे की इमारतें नहीं
सीजेआई ने कहा है कि विश्वविद्यालय किसी प्रोडक्शन यूनिट की तरह काम नहीं कर सकते. उन्होंने यह भी कहा कि यूनिवर्सिटी का विचार दिखाता है कि हम एक समाज के रूप में क्या पाना चाहते हैं.
नागपुर: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे पर देशभर के विश्वविद्यालयों में हो रहे प्रदर्शनों के बीच चीफ जस्टिस एस ए बोबडे का बड़ा बयान सामने आया है. सीजेआई ने कहा है कि विश्वविद्यालय किसी प्रोडक्शन यूनिट की तरह काम नहीं कर सकते. सीजेआई ने यह बात नागपुर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कही.
सीजेआई ने कहा, ''विश्वविद्यालय सिर्फ ईंट और गारे से बने ढांचे नहीं हैं. निश्चित तौर पर ये किसी प्रोडक्शन यूनिट की तरह काम नहीं कर सकतीं.'' उन्होंने आगे कहा कि यूनिवर्सिटी का विचार दिखाता है कि हम एक समाज के रूप में क्या पाना चाहते हैं.
CJI SA Bobde in Nagpur: Universities are not about brick & mortar only. Certainly, universities are not supposed to function like an assembly line production unit. Most importantly, the idea of a university reflects what we want to achieve as a society. pic.twitter.com/2CGjsmsBlQ
— ANI (@ANI) January 18, 2020
बता दें कि पिछले दिनों नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे पर जेएनयू, जामिया और एएमयू समेत देश की तमाम यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन हुए थे.