नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में दिल्ली पुलिस ने अब तक 230 से ज्यादा एफआईआर दर्ज कर ली हैं. दिल्ली पुलिस ने कुछ सीसीटीवी फुटेज को भी अपने कब्जे में लिया है जिनकी जांच का काम चल रहा है. दंगे में हुई हत्याओं और कुछ आगजनी की घटनाओं की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी. इसके साथ ही आईबी कर्मी अंकित शर्मा की हत्या का मामला और ताहिर हुसैन मामले की जांच भी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम करेगी.
पुलिस के सामने हथियार निकालने वाले शाहरुख की तलाश में दिल्ली पुलिस के छापे लगातार छापेमारी कर रही है. कल खबर आयी थी कि पुलिस को शाहरुख की लोकेशन पता चल गयी और वो कभी भी गरिफ्तार हो सकता है.
पुलिस प्रशासन के मुताबिक कुछ मामलों की जांच स्थानीय पुलिस भी करेगी. उत्तर पूर्वी जिला पुलिस को कहा गया है कि वह महत्वपूर्ण मामलों की फाइल बनाकर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच अधिकारियों को सौंप दें.
साइबर सेल ने अलग से दर्ज की एक दर्जन एफआईआर
उत्तर पूर्वी दिल्ली की हिंसा के पीछे कौन है, इसकी जांच शुरू हो गई है. दिल्ली के साइबर सेल ने इस मामले में अब तक 1 दर्जन से ज्यादा FIR दर्ज कर ली है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन FIR में कई लोगों के नाम हैं और इसकी जांच की आंच कई संवेदनशील नामों तक पहुंच सकती है. दिल्ली पुलिस के साइबर सेल इस बाबत अब तक 1 दर्जन से ज्यादा एफ आई आर दर्ज की है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन एफआईआर में कई लोगों के नाम हैं. इनमें से कुछ एफआईआर की जांच की आंच संवेदनशील नामों तक पहुंच सकती है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इनमें से कई एफआईआर को सील बंद रखा गया है जिससे उनकी गोपनीयता भंग ना हो. यह एफआईआर उत्तर पूर्वी जिले में अब तक हुई 123 एफआईआर से अलग है.
हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है. हिंसा में 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं. दिल्ली हिंसा में मुख्य रूप से जो क्षेत्र प्रभावित हुए हैं, उनमें जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खजूरी खास और भजनपुरा शामिल हैं.