रांची: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस पर नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया. शाह ने गिरिडीह, बाघमारा और देवघर विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी जनसभाओं में कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के पारित होने से विपक्षी दल को पेट दर्द होने लगा है. उन्होंने कहा, ‘‘हम नागरिकता संशोधन अधिनियम लेकर आए हैं और कांग्रेस को पेट दर्द होने लगा है. वह उसके खिलाफ हिंसा भड़का रही है.’’
शाह ने पूर्वोत्तर के लोगों को आश्वासन दिया कि इस अधिनियम से उनकी संस्कृति, भाषा, सामाजिक पहचान और राजनीतिक अधिकार प्रभावित नहीं होंगे. भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ मैं असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनकी संस्कृति, सामाजिक पहचान, भाषा, राजनीतिक अधिकारों को नहीं छुआ जाएगा तथा नरेंद्र मोदी सरकार उनकी रक्षा करेगी.’’ शाह ने कहा कि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा और उनकी सरकार के मंत्रियों ने इस मुद्दे पर चर्चा को लेकर शुक्रवार को उनसे मुलाकात की है.
गृहमंत्री ने कहा, ‘‘ उन्होंने कहा कि मेघालय में समस्या है. मैंने उन्हें समझाने का प्रयास किया कि कोई मुद्दा नहीं है. उसके बाद भी उन्होंने मुझसे (कानून में) कुछ बदलाव करने को कहा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने संगमा जी को क्रिसमस के बाद समय मिलने पर मेरे पास आने को कहा. हम मेघालय के वास्ते रचनात्मक तरीके से समाधान ढूंढने के लिए सोच सकते हैं. किसी को डरने की जरूरत नहीं है.’’
राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बस शोर मचा रहे हैं और उन्हें भारत के इतिहास की जानकारी नहीं है और उन्होंने अपनी आंखों पर ‘इतालवी चश्मा’ लगा रखा है. उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी की युवा ईकाई का एक जिलाध्यक्ष भी यह बता सकता है कि झारखंड में पांच साल के भाजपा शासन में क्या-क्या विकास कार्य हुए और राहुल गांधी की कांग्रेस ने 55 साल के अपने शासन दौरान क्या कार्य किये.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ राहुल गांधी और हेमंत सोरेन कहते हैं कि कश्मीर मुद्दा झारखंड चुनाव में क्यों महत्वपूर्ण है?.... इस राज्य के युवा देश की सीमा को सुरक्षित रख रहे हैं. लेकिन राहुल गांधी इतिहास नहीं जानते, क्योंकि उन्होंने आंखों पर इतालवी चश्मे लगा लिये हैं.’’ शाह ने कांग्रेस पर नक्सलवाद को बढ़ावा देने, कश्मीर को आतंकवादियों के हाथों में सौंप देने और अयोध्या मुद्दे को सालों तक लटकाने का भी आरोप लगाया.
शाह ने कहा कि कांग्रेस भाजपा पर मुसलमानविरोधी होने का आरोप लगाती है लेकिन यही राजग सरकार है जो तीन तलाक कानून लायी. शाह ने मतदाताओं से राज्य से वाम चरमपंथ को उखाड़ फेंकने के लिए भाजपा सरकार को फिर से सत्ता में लाने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘‘ झारखंड की भाजपा नीत सरकार ने नक्सलवाद को जमीन के 20 फुट नीचे दफना दिया. उसका समूल नष्ट करने के लिए भगवा पार्टी को फिर से चुनिए. हर मत राज्य को इस बुराई से मुक्त कराएगा.’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा अनुसूचित जाति एवं जनजाति का कोटा घटाये बिना ही अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण बढ़ाएगी. उन्होंने देवघर के वैद्यनाथ धाम मंदिर में पूजा अर्चना भी की. गिरिडीह, बाघमारा और देवघर में चौथे चरण में 16 दिसंबर को मतदान है.