नई दिल्ली: एबीपी न्यूज के ''जन मन धन'' कार्यक्रम में अब कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने बजट पर अपनी बात रखी. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि बजट को देखकर ऐसा लग रहा है कि वित्त मंत्री को इस बात का अंदाजा ही नहीं है कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत क्या है. ऐसा लग रहा है कि जैसे अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस हुआ है लेकिन दवा सामान्य बुखार की दी गई है. महंगाई दर आसमान पर पहुंच गई है, रोजमर्रा की चीजें महंगी हुई हैं. अर्थव्यवस्था का पटरी पर आना मुश्किल लग रहा है. भारत का टैक्स आधार बहुत कम है, किसानों के हाथ में सीदे पैसे देने चाहिए थे.


देश में जब तक साप्रदायिक सौहार्द नहीं बढ़ता तब तक अर्थव्यवस्था नहीं सुधरेगी


मनीष तिवारी ने कहा कि देश में बहुत कम लोग हैं जो टैक्स देते हैं, सांप्रदायिता और विकास एक साथ नहीं चल सकते. देश का जो माहौल है उसमें लोग पैसे नहीं खर्च करना चाहते. देश में जब तक साप्रदायिक सौहार्द नहीं बढ़ता तब तक अर्थव्यवस्था नहीं सुधरेगी. आयात और निर्यात लगातार गिरते जा रहे हैं. सब कुछ ठीक है तो पिछले छह महीने से जीडीपी क्यों गिरती जा रही है.


अर्थव्यस्था में सबकुछ ठीक है तो बेरोजगारी और महंगाई क्यों बढ़ रही है?
मनीष तिवारी ने कहा- सरकार के मंत्री अहंकार में हैं. वित्त मंत्री ने कल बजट के दौरान कहा कि यूपीए के कार्यकाल में 27 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए. अगर हमने कुछ नहीं किया तो फिर ये 27 करोड़ लोग गरीबी से कैसे बाहर निकले? अर्थव्यस्था में सबकुछ ठीक है तो बेरोजगारी और महंगाई क्यों बढ़ रही है ?


राज्यसभा के किसी भी व्यक्ति को भारत का वित्त मंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए
मनीष तिवारी ने कहा कि मैं यह बात कहना चाहता हूं कि राज्यसभा के किसी भी व्यक्ति को भारत का वित्त मंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए. मनमोहन सिंह जी की बात और वे वित्त मंत्री बनने से पहले आरबीआई के गवर्नर रहे थे. जब तक आप लोकसभा से चुनकर नहीं आते तब तक आपको धरातल के बारे में सही जानकारी नहीं मिलती.


शाहीन बाग में लोग सरकार के खिलाफ धरना दे रहे हैं
मनीष तिवारी ने कहा- शाहीन बाग में जो लोग धरने पर बैठे हैं वो सरकार के खिलाफ धरना दे रहे हैं. इसलिए अगर किसी का उत्तरदायित्व बनता है तो केंद्र की सरकार और राज्य की आम आदमी पार्टी की है. हमारा इसमें कोई उत्तरदायित्व नहीं बनता है. मैंने सीएए के खिलाफ लोकसभा में बहस शुरू की थी, उस वक्त मैंने कहा था कि यह देश के संवैधानिक ढांचे के खिलाफ है.


मनीष तिवारी कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और आनंदपुर साहिब से कांग्रेस के सांसद हैं. 2012 से 2014 तक केंद्र सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री रहे. एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके है. 2008 में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने, 2009 में लुधियाना से सांसद बने. इनके पिता विश्वनाथ तिवारी राज्यसभा के सांसद थे.


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