नई दिल्ली: अरविंद केजरीवाल सरकार में मनीष सिसोदिया ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. सिसोदिया अरविंद केजरीवाल के सबसे भरोसेमंद साथी और दाहिना हाथ माने जाते हैं. इस बार भी अरविंद केजरीवाल की मंत्रिमंडल में उन्हें मौका दिया गया है.


पत्रकार से राजनेता


राजनीति में आने से पहले सिसोदिया सामाजिक कार्यकर्ता के साथ पत्रकार भी रह चुके हैं. सिसोदिया अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में अरविंद केजरीवाल के साथ जुड़े थे. लेकिन जब बाद में अरविंद केजरीवाल ने राजनीति में आने का फैसला किया तब सिसोदिया भी उनके साथ शामिल हो गये. 2012 में गठित आम आदमी पार्टी के शुरुआती दौर से सिसोदिया राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं.


कड़ी टक्कर में मिली जीत


मनीष सिसोदिया 2013, 2015 और 2020 में पटपड़गंज से आप के टिकट पर विधायक बने. इस बार के चुनाव में उन्होंने कांटे की टक्कर में बीजेपी के रवि नेगी को 3207 वोटों से हराया. वोटों की शुरुआती गिनती में सिसोदिया पीछे चल रहे थे. जानकार अनुमान लगाने लगे थे कि 2020 के चुनाव में सिसोदिया जीत नहीं पाएंगे. मगर बाजी उनके नाम रही.


शिक्षा में सुधार का श्रेय


अरविंद केजरीवाल की पिछली सरकार में कई अहम विभागों के साथ सिसोदिया ने शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभाली. सरकार में आने के बाद सिसोदिया ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किये. उन्होंने सरकारी स्कूलों की खस्ताहाली को दूर करने के साथ सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापरक शिक्षा मुहैया कराने पर जोर दिया.


सिसोदिया का जन्म 5 जनवरी 1972 को हुआ. उनकी पहचान सक्रिय आरटीआई के तौर पर भी होती है. केजरीवाल के साथ 'सार्वजनिक हित अनुसंधान फाउण्डेशन' नामक गैर सरकारी संगठन के सह-संस्थापक भी हैं. सिसोदया कबीर और परिवर्तन नामक सामाजिक संस्था का संचालन करते हैं.


यह भी पढ़ें-


अरविंद केजरीवाल के मंत्री, जानिए- कैलाश गहलोत के बारे में जिन्होंने महिलाओं को बसों में मुफ्त यात्रा देने का पूरा खाका खींचा


अरविंद केजरीवाल के मंत्री, जानिए- मोहल्ला क्लीनिक को साकार करने वाले सत्येंद्र जैन को