नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं. यूपी में हिंसक प्रदर्शन में 6 लोगों की जान चली गई. बिजनौर में दो, कानपुर, संभल, फिरोजाबाद और मेरठ में एक-एक शख्स की मौत हुई है. हिंसा की आग यूपी और दिल्ली के बाद गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश तक पहुंच गई है. उत्तर प्रदेश सरकार ने हिंसा की आशंका को देखते हुए आज सभी स्कूल कॉलेज यूनिवर्सिटी बंद रखने के आदेश दिए हैं.
पुलिस का दावा- उपद्रव पर काबू पा लिया गया है
यूपी के एडीजी लॉ एंड आर्डर पीवी रामशास्त्री ने कहा, ''यूपी की हिंसा में 6 लोगो की मौत हुई है. पुलिस ने रबर बुलेट और आंसू गोलों का प्रयोग किया है, बलवाइयों ने फायरिंग की जिसमें 6 पुलिसकर्मियों को गोली लगी है. इस पूरे हंगामे में 32 लोग घायल हुए हैं.'' उन्होंने दावा किया कि 60 जिलों में शांति रही है बाकी जिलों में हुए उपद्रव पर काबू पा लिया गया है.
यूपी के कई जिलों में इंटरनेट सेवा बंद
उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों में अभूतपूर्व कार्रवाई करते हुए इंटरनेट सेवा अस्थाई तौर पर बंद कर दी गयी है. आदेश के बाद लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, वाराणसी, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, बरेली, फिरोजाबाद, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, शामली, संभल, अमरोहा, मऊ, आजमगढ़ और सुल्तानपुर समेत कई बड़े शहरों में मोबाइट इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गयी है. लखनऊ और गाजियाबाद समेत कुछ शहरों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गयी है.
15 जिलों में तनाव का माहौल, पूर्व आईपीएस गिरफ्तार
यूपी में करीब 15 से ज्यादा ज़िलों में हिंसा हुई और अभी तनाव का माहौल है. 200 से ज्यादा गिरफ्तियां हो चुकी हैं. वहीं सैकड़ों लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. लखनऊ में पूर्व आईजी एसआर दारापुरी को भीड़ को उकसाने के आरोप मे गिरफ्तार किया गया है. पुलिस लगातार लोगों को चिन्हित करने की कोशिश कर रही है. संभव है जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां होंगी. इस पूरे घटनाक्रम पर खुद सीएम योदी आदित्यनाथ नजर रखे हुए हैं.
लखनऊ हिंसा मामले में हुआ बड़ा खुलासा
लखनऊ में हुई हिंसा में पुलिस की जाँच में सामने आया है कि क़रीब पांच से सात हज़ार लोग बाहर के शहरों से यहां प्रदर्शन में शामिल होने आए थे. इसके अलावा वर्ग विशेष को भड़काने वाला एक पर्चा भी बांटा गया है. राष्ट्रीय जनवादी मोर्चा की ओर से छापे और बांटे गए इस पर्चे में तमामतथ्यहीन बातें लिखी गई हैं. यह भी कहा गया है कि एनआरसी में सरकार सभी के उँगलियों के निशान और रेटीना समेत सारा ब्यौरा ले लेगी. इसके बाद जब भी सरकार की नीतियों, भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी आदि मुद्दों पर आप धरना-प्रदर्शन या विरोध में शामिल होंगे तो ड्रोन कैमरों के ज़रिए आपकी फ़ोटो खींच ली जाएगी. फिर रिकार्ड से मिलान करके कार्रवाई की जाएगी.