बजट में मिली आयकर राहत से पेंशनर गदगद, केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री की नायाब पेशकश
इससे 12 लाख तक तो कर नहीं देना होगा. वरिष्ठ नागरिकों को एक लाख की और राहत मिल गई है, लेकिन उन्हें यदि अन्य संपत्तियों से लाभ मिलता है तो उस उस पर कर देना होगा फिर भी एक लाख की छूट काफी है.

केंद्रीय बजट एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर सभी नागरिकों की नजर रहती है. आयकर दाता हों या नहीं, बजट में पूरे देश की जनता की रुचि रहती है, क्योंकि यह पूरे देश की अर्थव्यवस्था का आईना होता है. शनिवार 1 फरवरी को निर्मला सीतारमण ने मोदी 3.0 का पहला पूर्ण बजट पेश किया और उसके बाद
आकाश में हल्के बादल थे. कल की तुलना में धूप में तीखापन कम था/ हवा भी धीमे धीमे बह रही थी और धूप का आनंद मिल रहा था. अपने अड्डे पर वरिष्ठ नागरिक शनिवार 4 फरवरी को हो रही बैठकी में गद्गद थे. हों भी क्यों न, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने आज अपने आठवें बजट में उन्हें जो मुंहमांगा उपहार दिया था. वे उनकी तारीफ करने में कोई कमी नहीं रखना चाहते थे.
वरिष्ठ नागरिकों को पुरजोर राहत
गुलमोहर रेजिडेंसी,इंदिरापुरम,गाजियाबाद के सीनियर सिटिजन ग्रुप में आज केंद्रीय बजट की ही बात हो रही थी. ग्रुप के सभी सदस्य 60 प्लस हैं और कुछ तो 75 के आसपास के. सबकी आय का साधन पेंशन ही हैं. इस ग्रुप में अधिकतर लोग बैंकर हैं तो वे गणित में भी तेज हैं. सबने बताया कि निर्मला जी ने जो राहत दी है, वह कम नहीं है. अभी तक पेंशन और अन्य मद से मिलने वाले ब्याज में 50 हजार पर ही आयकर की छूट थी और अब तो वह एक लाख कर दी गई है. अर्थात यदि आपको साल में जमा धन पर एक लाख तक ब्याज मिलता है तो उस पर आयकर नहीं देना होगा. अन्य आय से कुल वार्षिक आमदनी पर तो वित्त मंत्री ने लोगों को मालामाल कर दिया है. अब तो 12 लाख तक आय पर कोई टैक्स नहीं देना होगा.
वरिष्ठों को अूब तक की सबसे बड़ी राहत
इस ग्रुप के वरिष्ठ सदस्य बैंक के पूर्व वरिष्ठ महाप्रबंधक रहे अनिरुद्ध अखौरी इस समय दुबई में हैं. वह वहां से ही बजट पर नजर रख रहे थे. उन्होंने वित्त मंत्री की राहत घोषणाओं पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह अब तक की सबसे बड़ी राहत है. उनका कहना है कि इससे उन लोगों को राहत मिलेगी जो अपनी जरूरतों के लिए पेंशन पर ही निर्भर हैं. उन्होंने कहा कि टीडीएस कटौती को सरल करने से भी लोगों को राहत मिलेगी. इससे उन्हें इसे अपनाने में सुविधा हेागी. उनपर वित्तीय दबाव कम होगा.
रिटायर्ड बैंक प्रबंधक शिशुपाल गुप्त ने राहत को स्पष्ट करते हुए बताया कि इससे 12 लाख तक तो कर नहीं देना होगा. वरिष्ठ नागरिकों को एक लाख की और राहत मिल गई है, लेकिन उन्हें यदि अन्य संपत्तियों से लाभ मिलता है तो उस उस पर कर देना होगा फिर भी एक लाख की छूट काफी है. वरिष्ठ नागरिकों की इस सीमा को बढ़ाने की बहुत दिनों से मांग थी. इससे रिटायर्ड लोग काफी राहत महसूस करेंगे. वित्त मंत्री के इस बजट पर चुटकी लेते हुए कुछ वरिष्ठों ने यह भी कहा कि अगर निर्मला जी ने पिछली बार ही ऐसा बजट दिया होता तो शायद 240 तक उनकी पार्टी को नहीं सिमटना पड़ता.
,ग्रुप के अन्य सदस्यों में पूर्व बैंक अधिकारी, नौकरशाह और कॉरपोरेट कर्मी भी शामिल हैं. इन सबने भी बजट की तारीफ की और रिटायर्ड लोगों को राहत देने के लिए वित्त मंत्री की तारीफ की. शनिवार 1 फरवरी की दोपहर की बैठक पूरी तरह बजट पर ही केंद्रित थी और लोग जोड-घटाने में ही लगे रहे.
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