भारत में बुलेट ट्रेन एक सपना की तरह था. भारत का कोई जब भी जापान  या अन्य जगहों की यात्रा पर जाता था तो वहां पर बुलेट ट्रेन को देखकर काफी आकर्षित होता था. गोली की रफ्तार से चलने वाली बुलेट ट्रेन से सभी यात्रा करना चाहते हैं. काफी लंबे वक्त के इंतजार के बाद अब भारत में भी बुलेट ट्रेन का सपना सच होता दिख रहा है. जल्द ही भारत में भी बुलेट ट्रेन चलता हुआ दिखेगा. जल्द ही देश की पहली बुलेट ट्रेन मिलने वाली है.


देश में बुलेट ट्रेन को लेकर लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था जिसका इंतजार अब खत्म होने वाला है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी इस बारे में पहले ही अवगत करा चुके हैं कि साल 2026 में गुजरात के सूरत से बिलीमोरा तक बुलेट ट्रेन का प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा. संभवत: पहले फेज का बुलेट ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा. भारत में बुलेट ट्रेन रेलवे ट्रैक पर 320 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से दौड़ेगी. इसके लिए निर्माण का कार्य काफी तेजी से चल रहा है. बुलेट ट्रेन के चलने के साथ भारतीय रेलवे अपने स्वर्णिम काल में होगा.


290 किलोमीटर तक का काम हुआ पूरा


भारत में बुलेट ट्रेन का सपना देखा गया था. यह एक कंप्लेक्स प्रोजेक्ट होता है. भारत में बुलेट ट्रेन पर 2017 से कार्य शुरू हुआ है. करीब दो साल का समय बुलेट ट्रेन के डिजाइनिंग करने में लग गया. चुकी बुलेट ट्रेन की निर्माण का कार्य एक कंप्लेक्स का कार्य होता है. बुलेट ट्रेन को जिस स्पीड में चलना होता है उसमें आसपास काफी वाइब्रेशन होती है. उसको ध्यान में रखकर बुलेट ट्रेन के परिचालन को लेकर रणनीति बनाने का कार्य किया गया है. बुलेट ट्रेन का जब परिचालन होगा तो उस समय उत्पन्न हुई वाइब्रेशन को कैसे मैनेज करना है उस पर भी काम किया गया है.



ट्रेन के लिए ऊपर से बिजली का आपूर्ति  के इंजन तक कैसे करने है इस पर गहन शोध और चर्चा के बाद काम शुरू किया गया. हालांकि बुलेट ट्रेन के परिचालन के कार्य में कोविड के कारण लेट हुआ. कोविड के कारण निर्माण के कार्य में रोक सा लग गया था. रेलवे मंत्री के अनुसार इसके अलावा महाराष्ट्र की उद्ध्व ठाकरे की सरकार ने कुछ परमिशन नहीं दिए जिस कारण बुलेट ट्रेन में कार्य में लेट हुआ. वर्तमान में बुलेट ट्रेन का काम काफी गति से हो रहा है. अभी तक करीब 290 किलोमीटर तक बुलेट ट्रेन के ट्रैक का निर्माण का कार्य हो चुकी है. करीब आठ नदियों के उतर पुल का निर्माण हो चुका है. वर्तमान में कुल 12 स्टेशन बनाने का भी कार्य चल रहा है. स्टेशन के कार्य भी अंतिम चरण की ओर है. दो डीपो पर भी काम चल रहा है. बुलेट ट्रेन के निर्माण का कार्य काफी तेज गति से चल रहा है.


320 किमी प्रति घंटे की होगी रफ्तार 


2026 तक पहला फेज बुलेट ट्रेन को चलाने के टारगेट को लेकर काम चल रहा है. बता दें कि देश की पहली बुलेट ट्रेन को लेकर काम शुरू हो चुका है. देश की पहली बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी. गुजरात के बाद अब महाराष्ट्र में भी इसका काम तेजी से चल रही है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की देखरेख में कई काम गति से चल रहा है. ज्ञात रहे कि बुलेट ट्रेन 320 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से चलने की अनुमान है. मुंबई-अहमदाबाद के बीच लिमिटेड स्टॉपेज के साथ बुलेट ट्रेन पूरी दूरी करीब डेढ़ घंटे में तय करेगी. इससे पहले इन दोनों शहरों की दूरी तय करने में करीब ट्रेन और बस से सफर करने में आठ से नौ घंटे तक का समय लगता था. बुलेट ट्रेन के आने का सपना अब हकीकत में हो जाएगा.  भारत में बुलेट ट्रेन के आने का इंतजार अब खत्म होने वाला है.


यात्रियों के लिए सहज होगी यात्रा


इस परियोजना के तहत, भारत सरकार ने पहली बार बुलेट ट्रेन की शुरुआत अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलेगा. जिसके लिए काम शुरू हो चुका है. बुलेट ट्रेन शुरू हो जाने के बाद  से मुंबई से अहमदाबाद तक का सफर अब सिर्फ कुछ घंटों में मुमकिन होगा. यह ट्रेन अत्यंत तेज़ गति और उच्च सुविधाओं के साथ लैस होगी, जो यात्रियों के लिए एक सुगम और तेज विकल्प प्रदान करेगी. बुलेट ट्रेन के आने के साथ ही भारतीय रेलवे अपनी एक नई यात्रा का आगाज करेगा.


बुलेट ट्रेन के आने से यात्रा के तरीके में एक महत्वपूर्ण बदलाव आएगा, जो देश की आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान करेगा. बुलेट ट्रेन के परियोजना के तहत, सरकार ने विभिन्न शहरों को जोड़ने का भी एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. बुलेट ट्रेन के माध्यम से यात्रा के समय की बचत होगी और लोगों को अधिक समय अपने परिवार और काम में बिताने का मौका मिलेगा. बुलेट ट्रेन की शुरुआत से, देश के यात्रा के तरीके में एक नया युग आरंभ होगा, जो देश के विकास की नई गति धारा को प्रेरित करेगा.