G20 FMCBG Meeting: जी20 की भारतीय अध्यक्षता के तहत जी20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों (FMCBG)की पहली बैठक 24 और 25 फरवरी को बेंगलुरु में होनी है. केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण और आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास संयुक्त रूप से इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे.


इस बैठक में जी20 के सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों, आमंत्रित सदस्यों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख हिस्सा ले रहे हैं. इस बैठक में कुल 72 प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे.


बैठक 24-25 फरवरी को तीन सत्रों में होगी


भारतीय अध्यक्षता में बैठक के एजेंडे को इस तरह से तैयार किया गया है जो कुछ प्रमुख वैश्विक आर्थिक मुद्दों को सुलझाने के लिए व्यावहारिक और सार्थक दृष्टिकोण पर मंत्रियों और गवर्नरों के बीच विचारों के सार्थक आदान-प्रदान को बढ़ावा दे सकता है. यह बैठक तीन सत्रों में होगी. इन सत्रों में 21वीं सदी की साझा वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने पर चर्चा होगी. साथ ही सुदृढ़, समावेशी और टिकाऊ 'भविष्य के शहरों' के लिए वित्तपोषण; वित्तीय समावेश और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (डीपीआई) का उपयोग करने जैसे मुद्दों पर भी सदस्य देश के प्रतिनिधि अपनी बात रखेंगे. इस दौरान वैश्विक अर्थव्यवस्था, वैश्विक स्वास्थ्य और अंतर्राष्ट्रीय कराधान से संबंधित मुद्दों पर चर्चा होगी. जी20 के एफएमसीबीजी की बैठक में चर्चा का मकसद  2023 में जी 20 फाइनेंस ट्रैक के अलग-अलग वर्कस्ट्रीम के लिए एक स्पष्ट मैंडेट तैयार करना है.


सांस्कृतिक कार्यक्रम और पर्यटन की सुविधा


इन बैठकों के दौरान आने वाले मंत्रियों, गवर्नरों, उप प्रतिनिधियों और अन्य प्रतिनिधियों के लिए कई अतिरिक्त कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है जो डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना जैसे विषयों पर आयोजित किए जाएंगे. वित्त मंत्रियों, केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों और उनके प्रतिनिधिमंडलों के लिए 'रात्रि भोज पर संवाद' और विशेष रूप से तैयार किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. इस दौरान भारत के विविध व्यंजनों और संस्कृति का प्रदर्शन किया जाएगा. इस दौरान 'वाक द टॉक: पॉलिसी इन एक्शन' नामक एक विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा. इस सभी दौरान मंत्री और गवर्नर भारतीय विज्ञान संस्थान (IIS) का दौरा करेंगे. मंत्रियों, गवर्नरों, उप प्रतिनिधियों और प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए पूरे कर्नाटक में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक यात्रा को प्रदर्शित करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. प्रतिनिधियों को 26 फरवरी को कर्नाटक के सुंदर प्राकृतिक जगहों पर भी घूमाने की व्यवस्था की गई है. इसके जरिए सदस्य देशों के प्रतिनिधि कर्नाटक की सांस्कृतिक विविधता और विरासत से रूबरू हो सकते हैं.