आज के समय में ताकतवर बनने की होड़ सभी देशों में मची है. इसके लिए सभी देश कई नए-नवेले हथियारों से लेकर परमाणु बम तक जुटा रहे हैं. छोटे से लेकर बड़े देश अपनी सैन्य व्यवस्था को युद्ध के लिए तैयार कर रहे हैं. हाल में कई देशों ने युद्धाभ्यास भी एक साथ किया है. इस क्रम में भारत भी खुद को मजबूत करने के लिए अपनी सैन्य व्यवस्था और तंत्रों को मजबूत कर रहा है. भारत भी अब ताकतवर देशों में गिना जाता है.  ग्लोबल फायर पावर नामक वेबसाइट के द्वारा ताकवर देशों की सूची हाल में ही जारी की गई है. जिसमें भारत को विश्व का चौथा ताकतवर देश माना गया है. शीर्ष पर संयुक्त राज अमेरिका बना हुआ है. जबकि दूसरे नंबर पर रूस  है. कई देशों की नजर में खटकने वाला चीन तीसरे नंबर है. उसके बाद चौथा स्थान भारत को मिला है. ग्लोबल फायर पॉवर नेकुल 60 प्रमुख तथ्यों के आधार पर 145 देशों की तुलना की और उनकी सैन्य ताकत को लेकर रिपोर्ट जारी की गई है.


सूची में कई देश छूटे पीछे


ग्लोबल फायर पावर नामक वेबसाइट की रिपोर्ट के आधार पर ताकतवर देशों की सूची आने के बाद भारत से कई देश पीछे छूट गए है. पहले नंबर पर अमेरिका, दूसरे नंबर पर रूस, तीसरे नंबर पर चीन के बाद चौथा नंबर भारत का है. भारत के चौथा स्थान प्राप्त करने के बाद पांचवें नंबर पर दक्षिण कोरिया, छठे नंबर पर इंग्लैंड, सातवें नंबर पर जापान, आठवें नंबर पर तुर्की , नौवें नंबर पर पाकिस्तान और दसवें नंबर पर इटली है। ईरान को 14 वां, ऑस्ट्रेलिया का 16वां, इसराइल को 17वां, यूक्रेन को 18वां, जर्मनी को 19वां, सिंगापुर को 30वां, दक्षिण अफ्रीका को 33वां, बांग्लादेश को 37वां, सीरिया को 60वां, श्रीलंका को 75वां, अफगानिस्तान को 115वां, नेपाल को 128वां और आखिर में भूटान को 145वां स्थान दिया गया है. भारत के साथ जब-तब पंगे लेनेवाला पाकिस्तान भी भारत के आसपास कहीं खड़ा नहीं है. चीन को छोड़कर कोई भी पड़ोसी देश भारत के आसपास दूर दूर तक नहीं है.



कई मानकों का रखा गया ध्यान


ग्लोबल फायर पावर के अनुसार सैन्य शक्ति 2024 की रिपोर्ट तैयार करते समय देशों की भौगोलिक स्थिति, उनकी तकनीक, देश का विस्तार समेत कई महत्वपूर्ण विषयों को ध्यान में रखा गया है. उसके बाद ही यह रिपोर्ट तैयार हुई है. इसमें पावर इंडेक्स की भी महत्वपूर्ण भूमिका मानी गयी है. वर्तमान में किसी भी देश का पावर इंडेक्स 0.0000 नहीं है, इस फार्मूले के मुताबिक जिसकी संख्या कम होगी वह उतना ही पॉवरफुल देश माना जाता है. इसके मुताबिक अमेरिका की पावर इंडेक्स सबसे कम 0.0699 है. इससे साफ हो जाता है कि दुनिया में आज भी अमेरिका का जलवा कायम है. उसके बाद रूस का इंडेक्स 0.0702, चीन का 0.0706 और भारत का पॉवर इंडेक्स 0.1023 है. चीन के बाद दुनिया में सबसे शक्तिशाली देश भारत ही है. दक्षिण कोरिया, इंग्लैंड, जापान, तुर्की, पाकिस्तान और इटली भी फिलहाल दुनिया की टॉप 10 सैन्य शक्तियों में शामिल हैं. रिपोर्ट में पता चला है कि फ्रांस नीचे खिसककर 11वें स्थान पर चला गया. जबकि दक्षिण कोरिया, जापान और तुर्की की सैन्य शक्तियों में इजाफा हुआ है. दूसरी ओर पाकिस्तान की सैन्य शक्ति कमजोर होने की बात बताई जा रही है. 


चीन और भारत का रक्षा बजट


ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स रैंकिंग 2023 के अनुसार चीन के पास 225 अरब का रक्षा बजट था. चीन के पास 1199 लड़ाकू विमान, 4950 टैंक और 3284 विमान है, जबकि भारत के पास 54.2 अरब रक्षा बजट का डॉलर था. भारत के पास 577 लड़ाकू विमान, 4614 टैंक और 2210 विमान है. आंकड़ों की दृष्टि से ध्यान रखें तो यह आंकड़ा 2023 का है. 2024 में काफी बदलाव हुआ है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि अगर किसी देश का रक्षा खर्च कम दिख रहा है, तो वो रक्षा पर कम काम कर रहा है, बल्कि ये भी हो सकता है कि वो आत्मनिर्भरता पर काम कर रहा हो.


इसलिए रक्षा का बजट कोई मायने नहीं रखता. पिछले कुछ सालों में भारत ने सैन्य तैयारियों पर काफी अच्छा-खासा काम भी किया है. भारत ने डिफेंस रिसर्च पर भी काम किया है, और इसका असर मैन्युफैक्चरिंग पर पड़ा है.अब भारतीय सैन्य-बलों  के पास कई आधुनिक मिसाइल और कई सारे हथियार हो गए है. अभी हाल में ही अग्नि 5 का परीक्षण किया गया, और परीक्षण सफल रहा. इसके अलावा हाल में भी भारतीय थल सेना को 25 हल्के उन्नत हेलिकॉप्टर और नौसेना को 9 हेलिकॉप्टर भी मिले हैं. पिछले कई सालों में यकीनन भारत ने सैन्य और सीमा सुरक्षा के क्षेत्र में काफी मजबूती पायी है.  सरकार भी सैन्य मजबूती पर ध्यान दे रही है. भारत की सैन्य स्थिति इतनी मजबूत हुई है कि ना सिर्फ अपने बल्कि समुद्री क्षेत्रों में दूसरे देशों की भी मदद कर रहा है.