कुछ दिनों पहले ही भारत ने पापुआ न्यू गिनी के साथ 'इंडिया स्टैक' साझा करने हेतु समझौते पर हस्ताक्षर किये थे. इससे पहले इसी साल जून में भारत ने चार देशों सूरीनाम, एंटीगुआ तथा बारबुडा, आर्मेनिया, और सिएरा लियोन के साथ भी 'इंडिया स्टैक' साझा करने के लिये समझौते पर हस्ताक्षर किये थे, जो वैश्विक स्तर पर इस पहल की बढ़ती लोकप्रियता और स्वीकृति को दर्शाता है. हमारे देश में एक बात अक्सर कही जाती है, कि हमारा देश में सूचना तकनीक में सबसे अग्रणी है, हमारे पास लाखों तकनीकी प्रोफेशनल्स हैं, लेकिन फिर भी कोई बड़ा भारतीय उत्पाद बाजार में नहीं दिखता. भारत में स्टार्टअप और बड़ी तकनीकी कंपनियां हैं, लेकिन यह भी सत्य है कि हमारे देश में तकनीकी सेवाओं पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, बजाय बड़े तकनीकी उत्पादों या softwares को बनाने के, लेकिन 'इंडिया स्टैक' ने अब यह अवधारणा बदल कर रख दी है. यह भारत द्वारा निर्मित एक तकनीकी समाधान है, जो किसी भी देश या संस्था की समस्त व्यवस्था, प्रबंधन, और संरचना को बदल कर रख देता है.


क्या है यह इंडियन स्टैक?


इंडिया स्टैक API (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस) का एक सेट है जो सरकारों, व्यवसायों, स्टार्टअप और डेवलपर्स को रिमोटली,ऑटोमेटिकली, पेपरलेस और कैशलेस सेवा वितरण को सक्षम बनाने के लिए आवश्यक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैय्या कराता है. इंडिया स्टैक भारतीय सरकार की अनोखी पहल है जो विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की डिजिटल सेवाओं को प्रदान करने हेतु एक सुदृढ़ डिजिटल बुनियादी संरचना का ना सिर्फ निर्माण करती है, बल्कि उसे सुचारु रूप से चलाती भी है. एक उदाहरण है UPI , जो पैसे के लेन देन को आसान बनाता है. मान लीजिये आप ऑनलाइन बैंकिंग, पेटम, या Phonepay द्वारा कोई पेमेंट करना चाहते हैं, तो उस एप्लीकेशन में आपको पेमेंट करने के कई ऑप्शन मिलते हैं, जैसे वॉलेट, बैंकिंग, पे लेटर, कॅश पेमेंट, और UPI. आप जैसे ही UPI का ऑप्शन लेते हैं, तुरंत ही आपको एक पिन डालने को कहा जाता है, जो आपकी बैंकिंग अकाउंट में UPI configure करते समय आपने दिया होगा, और उसके तुरंत पश्चात आपका पेमेंट कुछ ही सेकण्ड्स में हो जाता है.


आपको ना किसी का अकाउंट जोड़ने की जरूरत है, ना ही अकाउंट जोड़ने के बाद आधा घंटा रुकने की जरूरत है. यहाँ पर अगर हम Paytm या Phonepay की बात करें, तो दोनों ही ऐप्लिकेशन्स में भारत सरकार का UPI API integrate किया गया है और जैसे ही ग्राहक उस ऑप्शन पर क्लिक करता है, backend में वह API ही ग्राहक की बैंक की जानकारी, उसका अकाउंट नंबर आदि जानकारी को सत्यापित करता है, और साथ ही पैसे के लेन देन को सुचारु रूप से करने में बड़ी भूमिका निभाता है. यहां पर यह ख़ास बात है कि Paytm और Phonepay को यह backend का काम करने की जरूरत नहीं होती, और ना ही उन्हें इसके लिए कोई कठिन प्रोग्रामिंग करनी पड़ती है, क्योंकि वह सारा काम भारत सरकार की UPI API में पहले ही हो चुका होता है.


आधार UPI का कमाल


आपने इनकम टैक्स return तो भरा ही होगा . IT return भरने के बाद उसे वेरिफाई करना आवश्यक होता है, क्योंकि उससे आपकी पहचान सत्यापित होती है. उसके लिए कई तरीके होते हैं, जैसे आपका बैंकिंग अकाउंट, DMAT अकाउंट, और आधार भी होता है. आप इनकम टैक्स की वेबसाइट पर हो, या किसी प्राइवेट वेंडर की वेबसाइट से इनकम टैक्स return फाइल कर रहे हों, आप जब वेरिफिकेशन के लिए आधार का ऑप्शन लेते हैं, तब वह अपने आप आपके मोबाइल नंबर (जो आपके आधार नंबर से जुड़ा हो) पर OTP भेजता है, और जैसे ही आप उस OTP को दर्ज करते हैं, आपका return वेरीफाई कर दिया जाता है. यह संभव होता है उस वेबसाइट में लगे हुए आधार API के कारण, जो आपकी जानकारी को भारतीय सरकार के आधार डेटाबेस से मिलाता है, और जानकारी सही होने पर उसे सत्यापित कर देता है. अगर ऐसी प्रणाली हर वेबसाइट स्वयं बनाये तो उसे करोडो खर्च करने होंगे, और अन्य कई तरह की समस्याएं सामने आएंगी, जो API का इस्तेमाल करने से नहीं आती.



इंडियन स्टैक में उपलब्ध सुविधाएं


आधार - अद्वितीय और अनोखी बायोमेट्रिक-आधारित पहचान प्रणाली है, जिसे पूरी दुनिया अचरज से देख रही है. इसी तरह UPI - तत्काल डिजिटल भुगतान के लिये बनाई गयी प्रणाली है, जिससे पूरी दुनिया अचंभे में है. डिजिटल लॉकर - व्यक्तिगत दस्तावेज़ों के सुरक्षित भंडारण के लिये बनाई गयी प्रणाली है और IUDE - यह एक ओपन-सोर्स सॉटवेयर प्लेटफॉर्म है जो विभिन्न डेटा प्लेटफॉर्म, थर्ड पार्टी प्रमाणन, और कई एप्लीकेशन तथा अन्य स्रोतों के बीच डेटा के सुरक्षित, प्रमाणित एवं प्रबंधित आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करता है. DIGIT - यह एक ओपन सोर्स प्लेटफार्म है, जो डेवलपर्स, उद्यमों और नागरिकों के लिये नए एप्लीकेशन के निर्माण और समाधान के उपाय प्रदान करता है. GeM पोर्टल: यह विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार के विभागों/संगठनों/सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों द्वारा आवश्यक सामान्य उपयोग की वस्तुओं एवं सेवाओं की ऑनलाइन खरीद की सुविधा प्रदान करता है. ONDC - यह एक ओपन प्लेटफार्म है जिसका उद्देश्य ई-कॉमर्स को प्लेटफॉर्म-केंद्रित मॉडल से वस्तुओं और सेवाओं की खरीद तथा बिक्री हेतु एक ओपन नेटवर्क में स्थानांतरित करके सार्वभौमिक बनाना है. 


NAVIC -  यह एक भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (IRNSS) है, और इसका उद्देश्य भारत और उसके पड़ोस में विश्वसनीय स्थिति, नेविगेशन तथा समयबद्ध सेवाएँ प्रदान करना है. VEDAS (भू प्रेक्षण डेटा और अभिलेखीय प्रणाली का विज़ुअलाइज़ेशन) : यह शोधकर्त्ताओं और शिक्षाविदों को भारतीय पृथ्वी अवलोकन डेटा का उपयोग करके अपने स्थानिक विश्लेषणात्मक कौशल का प्रदर्शन करने एवं भू-स्थानिक अनुप्रयोगों के निर्माण को प्रेरित करने के लिये एक मंच प्रदान करता है. भुवन - यह एक वेब पोर्टल है, जिसका उपयोग इंटरनेट के माध्यम से भौगोलिक जानकारी (भू-स्थानिक जानकारी) और अन्य संबंधित भौगोलिक सेवाओं (प्रदर्शन, संपादन, विश्लेषण आदि) की खोज और उनके उपयोग के लिये किया जाता है. भूनिधि - यह 44 उपग्रहों द्वारा संचित रिमोट सेंसिंग डेटा के व्यापक संग्रह तक पहुँच को सक्षम बनाता है. इसके अलावा भी कई सारे प्लेटफॉर्म हैं. 


युक्तधारा - यह एक भू-स्थानिक नियोजन पोर्टल है जो पूरे भारत में मनरेगा गतिविधियों की ग्राम पंचायत स्तर की योजना को सुविधाजनक बनाने के लिये है. आरोग्य सेतु - यह covid के समय बनाया गया था, और इसके द्वारा बीमारी को ट्रैक किया जा सकता है और उसे फैलने से बचाया जा सकता है. CoWIN - इसके द्वारा दवाई और टीकाकरण का बेहतर तरीके से संचालन किया जा सकता है. Open Credit Enablement Network (OCEN) - एक ऐसी चीज है जिसे भारत की संपूर्ण ऋण प्रणाली को डिजिटल बनाने के साथ-साथ सुव्यवस्थित करने के लिए विकसित किया गया है. FASTag - इस प्रणाली के द्वारा आपकी हाईवे और एक्सप्रेसवे पर टोल के आटोमेटिक पेमेंट को संभव किया गया है. mPassport - इस प्रणाली द्वारा पासपोर्ट सेवाओं को सरल, आटोमेटिक, और तेज बनाया गया है. 


किसी भी देश पर हो सकता है लागू


इंडिया स्टैक का दृष्टिकोण किसी एक देश (भारत) तक सीमित नहीं है, इसे किसी भी देश पर लागू किया जा सकता है, चाहे वह विकसित देश हो अथवा विकासशील देश हो.  इनमें रोजमर्रा की लगभग सभी सेवाएं हैं, और यही कारण है कि कई देशों ने इंडियन स्टैक में दिलचस्पी दिखाई है, और ५० से ज्यादा देशों ने तो UPI को अपनाने का मन भी बना लिया है. इंडियन स्टैक भारतीय तकनीकी और कर्मठता का बहुत बड़ा उदाहरण है, और यह एक ऐसा उत्पाद है, जो भारत के प्रति दुनिया का दृष्टिकोण हमेशा के लिए बदल कर रख देगा.